Move to Jagran APP

प्राथमिकी दर्ज करने के विरोध में बंद रही शाहपुर की दुकानें

आरा/ शाहपुर। भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद एवं उनके समर्थकों पर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के विरोध में व्यवसायियों द्वारा द्वारा शुक्रवार को पूरे दिन शाहपुर बाजार की अधिकांश दुकानें बंद रखी गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 07:44 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 07:44 PM (IST)
प्राथमिकी दर्ज करने के विरोध में बंद रही शाहपुर की दुकानें
प्राथमिकी दर्ज करने के विरोध में बंद रही शाहपुर की दुकानें

आरा/ शाहपुर। भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद एवं उनके समर्थकों पर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के विरोध में व्यवसायियों द्वारा द्वारा शुक्रवार को पूरे दिन शाहपुर बाजार की अधिकांश दुकानें बंद रखी गई। इसके साथ ही नगर पंचायत के मुख्य पार्षद वशिष्ठ प्रसाद के नेतृत्व में व्यवसायियों की एक बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि अगर पुलिस यदि झूठे केस को वापस नहीं लेती है तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन होगा। लेकिन, इसके पूर्व उच्च अधिकारियों से बातचीत कर उन्हे आवेदन दिया जायेगा। व्यवसायियों की बैठक में यह निर्णय हुआ कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी सूरत में रंगदारी के नाम पर एक पैसा भी नहीं दिया जाएगा। इसके लिए कुछ भी हो व्यवसाई समाज एकजुट होकर प्रशासन के सहयोग से इस लड़ाई को लड़ेगा। वहीं नगर पंचायत के मुख्यपार्षद वशिष्ठ प्रसाद ने कहा कि हम लोग अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से लड़ रहे हैं ना कि पुलिस प्रशासन से। पुलिस प्रशासन पर पूरा भरोसा है कि वह हम लोगों की सुरक्षा करेगा।

loksabha election banner

-------

एक तरफ केस में बनाया आरोपी और दूसरी तरफ दी गई सुरक्षा

शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रसाद पर पुलिस द्वारा अपने ऊपर पथराव किए जाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज किया गया है। दूसरी ओर, उन्हें सुरक्षा मुहैया करा दी गई है। अब प्रश्न यह उठता है कि जिस व्यक्ति को पुलिस द्वारा रोड़ेबाजी जैसे संगीन आरोप लगाते हुए आरोपित किया है। उसे पुलिस द्वारा ही सुरक्षा हेतु पुलिस बल की तैनाती की गई है। क्या पुलिस पर पथराव के मामले में आरोपी को पुलिसिया सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना कानून के दायरे में है या फिर नगर अध्यक्ष को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। इसे लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे है। सनद हो कि छह नवम्बर की शाहपुर नगर पंचायत मुख्य पार्षद बशिष्ठ प्रसाद अपने आवास पर बैठे हुए थे। इसी बीच शाम करीब पांच बजे तीन बाइक सवार छह नामजद अपराधी आ धमके थे। इसके बाद पिस्तौल निकालकर ताबड़तोड़ फाय¨रग शुरू कर दी थी। हालांकि, कोई हताहत नहीं हुआ था। इसके बाद हमलावर फरार हो गए थे। घटना के बाद पार्षद समर्थक सड़क पर उतर गए थे। आरा- बक्सर एनएच- 84 को इंडियन गैस एजेंसी के समीप जाम कर हंगामा शुरू कर दिया था। इस दौरान जाम हटाने के लिए वहां पहुंची पुलिस टीम को गुस्साए लोगों का कोपभाजन का शिकार होना पड़ा था। गुस्साए ग्रामीणों द्वारा पथराव किया गया था। बाद में एएसपी डॉ मंजीत समेत अन्य अफसर वहां पहुंच गए थे। करीब डेढ़ घंटे के बाद एएसपी मंजीत श्योराण, सीओ स्वेताभ वर्मा एवं बीडीओ सुनील कुमार के आश्वासन पर जाम हटाया गया था। इधर, सूत्रों के अनुसार शाहपुर में नगर पंचायत अध्यक्ष के आवास पर घटित फाय¨रग के बाद सड़क पर उतर बवाल काटे जाने एवं पुलिस पर पथराव कर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने को लेकर केस दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार इस मामले में पुलिस ने नगर पंचायत अध्यक्ष समेत बाइस को नामजद एवं पचास अज्ञात को आरोपी बनाया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.