पवन हत्याकांड में गिरफ्तारी को रोहतास तक छापा
नवादा थाना क्षेत्र के मिल रोड बंगाली हाता मुहल्ला इलाके में दो महीना पहले घटित पवन पासवान की हत्या में एक बार फिर गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का शिकंजा कस गया है।
आरा। नवादा थाना क्षेत्र के मिल रोड, बंगाली हाता मुहल्ला इलाके में दो महीना पहले घटित पवन पासवान की हत्या में एक बार फिर गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का शिकंजा कस गया है। भोजपुर एसपी हरकिशोर राय के निर्देशन में टीम भोजपुर के अलावा रोहतास में भी लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इसके लिए स्पेशल टीम को लगाया गया है। मुख्य आरोपी कुख्यात सूरज पासवान और उसका साथी विपिन पुलिस की रडार पर है। पुलिस दो संदिग्धों को उठाकर पूछताछ कर रही है। घटना में प्रयुक्त हथियारों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। गौरतलब हो कि वारदात को लेकर मृतक के पिता राम अयोध्या पासवान ने आरा नवादा थाना में जो प्राथमिकी दर्ज कराई थी, उसमें दोनों को ही नामजद आरोपी बनाया गया हैं। पुलिस षड्यंत्र के तहत हत्या की घटना को अंजाम दिए जाने की संभावना जता रही है। मालूम हो कि 26 जुलाई की रात नवादा थाना क्षेत्र के मिल रोड, बंगाली हाता मुहल्ला इलाके में जवाहर टोला निवासी पवन पासवान की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई थी। घर से बुलाकर वारदात को अंजाम दिया गया था। शरीर में करीब छह से सात जगहों पर गोली के जख्म का निशान पाया गया था।पवन बालू चालान के कारोबार से भी जुड़ा था। मालूम हो कि पवन पासवान रंगदारी, कोचिग संचालक को गोली मारे जाने तथा आर्म्स एक्ट में पहले से दागी रहा था। सूरज पासवान और पवन दोनों करीबी दोस्त भी थे। इस दौरान दोनों में अनबन हो गई थी और उसकी हत्या कर दी गई थी। सूत्रों की मानें तो एक पूर्व डीएसपी की पैरवी पर बालू माफियों के जरिए पवन पासवान को धरहरा, इब्राहिमनगर इलाके में बालू चालान का ठेका मिला था। जिसके बाद वह अपराध की दुनिया से अपने को अलग कर लिया था। बालू चालान काउंटर पर फायरिग भी की गई थी।