पीरो की प्रियंका बनी राजस्व पदाधिकारी
कहते हैं कि यदि पूरी निष्ठा और लगन से मेहनत की जाए तो कोई भी मुकाम मुश्किल नहीं है।
आरा। कहते हैं कि यदि पूरी निष्ठा और लगन से मेहनत की जाए तो कोई भी मुकाम मुश्किल नहीं है। पीरो निवासी स्वर्ण व्यवसायी संजय कुमार उर्फ लाल बाबू सर्राफ की इकलौती पुत्री व स्व. बाबूधन सर्राफ की पौत्री प्रियंका ने बिहार लोक सेवा आयोग की 61वीं से 62वीं परीक्षा में 395वां स्थान हासिल कर बिहार राजस्व सेवा की अधिकारी बनेंगी। पीरो जैसे छोटे से कस्बे में रहकर प्रियंका की यह बड़ी सफलता है। प्रियंका की हाईस्कूल की शिक्षा सूर्यनाथ उच्च विद्यालय में हुई थी। जबकि उन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा श्री त्रिदंडी स्वामी मानस कॉलेज, पनवारी से उत्तीर्ण की थी। उनकी इस सफलता में पीरो स्थित प्रोग्रेसिव ट्यूशन सेंटर के शिक्षक सत्येन्द्र पांडेय, उपेन्द्र पांडेय व पतंजलि आइएएस को¨चग, दिल्ली के संचालक धर्मेन्द्र कुमार का बड़ा योगदान है। धर्मेन्द्र कुमार प्रियंका के सगे चाचा हैं। जिनके निर्देशन में उसने परीक्षा की तैयारी की थी। प्रियंका ने यह सफलता अपने पहले ही प्रयास में हासिल किया है। प्रियंका के अनुसार उसे अपनी मां अनिता देवी और राहुल व पामुल से भी अपेक्षित सहयोग मिला। जिसकी बदौलत उसने यह सफलता हासिल की। प्रियंका कहती हैं कि उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बारह से चौदह घंटे मेहनत की है। वह कहती हैं कि यदि ²ढ़ इच्छाशक्ति के साथ व्यवस्थित तैयारी की जाए तो सफलता निश्चित है।