ट्रेन की चपेट में आने से रिटायर्ड दारोगा की मौत
दानापुर रेलवे मंडल अन्तर्गत पटना -डीडीयू रेल खंड पर आरा रेलवे स्टेशन के पश्चिमी गुमटी के समीप बुधवार की दोपहर ट्रेन की चपेट में आने से एक रिटायर्ड दारोगा की मौत हो गई।
आरा। दानापुर रेलवे मंडल अन्तर्गत पटना -डीडीयू रेल खंड पर आरा रेलवे स्टेशन के पश्चिमी गुमटी के समीप बुधवार की दोपहर ट्रेन की चपेट में आने से एक रिटायर्ड दारोगा की मौत हो गई। सदर अस्पताल ,आरा में इलाज के लिए लाए जाने के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मृतक 75 वर्षीय रामदेव सिंह मूल रूप से बक्सर जिले के कृष्णाब्रह्म थाना के नुआंव गांव के निवासी थे। वर्तमान में आरा नवादा थाना के जगदेवनगर मुहल्ले में सपरिवार रहते थे। वे पहले बीएमपी में कार्यरत थे। दारोगा के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। करीब दस साल पहले रिटायर्ड हुए थे। हादसे के बाद आरा रेल थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन की। दुर्घटना को लेकर काफी देर अफरातफरी मची रही। बाद में स्वजन शव लेकर घर चले गए।
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घर से परिचित के यहां जाने के लिए निकले थे पर चली गई जान
बक्सर जिले के कृष्णाब्रह्म थाना के नुआंव गांव रिटायर्ड बीएमपी दारोगा रामदेव सिंह करीब आठ- दस साल से आरा के जगदेवनगर नगर मुहल्ला में मकान बनाकर सपरिवार रहते थे। बुधवार को करीब दो बजे संकट मोचन नगर मुहल्ला निवासी अपने परिचित दशरथ सिंह के यहां जा रहे थे। इस बीच पश्चिमी गुमटी-महाराणा प्रताप नगर के समीप रेलवे क्रांसिग पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में हो-हल्ला होने पर आसपास के लोग जुट गए। जिसके बाद रेलवे ट्रैक के किनारे घायल पड़े बुजुर्ग को आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल लाया जा रहा था कि रास्ते में दम तोड़ दिया। ड्यूटी पर कार्यरत डॉक्टर आर.एन यादव ने मृत घोषित कर दिया।
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श्रीनगर में तैनात बेटे को फोन पर मिली पिता की मौत की सूचना
रिटायर्ड बीएमपी दारोगा रामदेव सिंह के इकलौते पुत्र उमेश सिंह सीआरपीएफ में कार्यरत हैं। वर्तमान में श्रीनगर में पदस्थापित हैं। हादसे में मौत के बाद स्वजनों ने फोन कर इकलौते बेटे को जानकारी दी। मौत के बाद बहू ब्यूटी देवी व पोता का रो-रोकर बुरा हाल था। आसपास के लोग ढांढस बंधाने में लगे थे।