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संख्या के आधार पर मिले आरक्षण

आरक्षण बचाओ संविधान मोर्चा के तत्वावधान में स्थानीय उत्सव भवन सभागार में जिला सम्मेलन का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 06:43 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 06:43 PM (IST)
संख्या के आधार पर मिले आरक्षण
संख्या के आधार पर मिले आरक्षण

आरा। आरक्षण बचाओ संविधान मोर्चा के तत्वावधान में स्थानीय उत्सव भवन सभागार में जिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजेश्वर पासवान ने की। कार्यक्रम का उद्घाटन मोर्चा के संस्थापक हरिकेश्वर राम ने व मंच संचालन सुरेंद्र आजाद ने किया। हरिकेश्वर राम ने कहा कि हम लोग पूरे बिहार में सामाजिक न्याय सम्मेलन मोर्चा के माध्यम से कर रहे हैं तथा संख्या अनुपात के हिसाब से आरक्षण की मांग करते हैं। अनुसूचित जाति /जनजाति/पिछड़ी जाति के लिए आरक्षण की मांग तेज करने की जरूरत है। न्यायपालिका में कॉलेजियम सिस्टम को हटाने हेतु जन आंदोलन करने की जरूरत है।

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प्रतियोगिता के आधार पर हीं जजों की नियुक्ति होनी चाहिए। नियुक्ति मंडल में प्रत्येक समाज के प्रतिनिधि के रूप में भागीदारी होनी चाहिए, तभी सही रूप से वंचित वर्ग को न्याय मिल पाएगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष राजेश्वर पासवान ने कहा कि कुछ लोग समाज के हित में अधिनियम का विरोध कर रहे हैं जो गलत है। किसी भी सख्त सजा का प्रावधान गलत लोगों के लिए बनता है। बेगुनाह को फंसाने के लिए नहीं। कई ऐसे भी स्वर्ण जाति के लोग हैं जो दलितों के साथ भोजन करते हैं और एक साथ लेकर चलते हैं उन लोगों को इस एक्ट से तकलीफ नहीं है। तकलीफ है तो उस व्यक्ति को जो अनुसूचित जाति को सताता है, अत्याचार करते हैं। हत्या करने वालों के लिए फांसी की सजा और आजीवन कारावास है क्या उसमें भी संशोधन करने की जरूरत है? क्या जांच करने के बाद ही हत्या करने वालों की गिरफ्तारी होगी? दूसरी तरफ बलात्कार करने वाले लोगों की जांच के बाद ही उस पर कार्रवाई की जाएगी? अब प्रश्न उठता है कि इस तरह से नियम में संशोधन होगा तो निश्चित है कि अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा।

राम बाबू पासवान ने कहा कि सभी लोग पार्टी का झंडा छोड़ एक मंच पर आएं, तभी आरक्षण बच पाएगा। अधिकांश भाजपा के लोग हीं आरक्षण का विरोध कर रहे है। पिछड़ा/ अति पिछड़ा को कोई एक्ट से मतलब नही है। बनारसी प्रसाद आजाद ने कहा कि देश के बड़े-बड़े नेताओं के उकसाने पर आरक्षण विरोधी नारे लगाए जाते हैं। संविधान जलाए जाते हैं और दलितों पर अत्याचार किए जाते हैं। इसे रोकना होगा तभी सामाजिक न्याय की गाड़ी आगे बढ़ेगी। नीरज कुशवाहा मुखिया ने कहा कि न्यायपालिका में भी आरक्षण हो तभी कमजोर वर्गों को न्याय मिल पाएगा। मुखिया मुराद हुसैन ने कहा दलित, पिछड़ा वर्ग किसी के बहकावे में न आएं जिस दिन आरक्षण पर आंच आ जाएगी उस दिन हम सभी मुसलमान ईंट से ईंट बजाने का काम करेंगे। हम सब एक रहें। मुखिया सुरेंद्र यादव ने कहा कि सभी जगह वही लोग हैं जो आरक्षण का विरोध करते हैं। जब जाति के अनुसार प्रतिष्ठा तो जाति के आधार पर आरक्षण क्यों नहीं? इस कार्यक्रम में मेहतर समाज के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार, ¨बद समाज के रजकोकिल प्रसाद, विश्वकर्मा समाज के अविनाश कुमार शर्मा, रजक समाज का अरुण रजक, मोची समाज के र¨वद्र नाथ राम, मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद कुमार, मुखिया राम चेला पासवान, मुखिया विजय यादव, मुखिया हरेंद्र यादव, जुबेर खान, रघुबर पासवान, राम शक्ल भोजपुरिया, जितेंद्र कुमार ने विचार व्यक्त किए।


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