नोटबंदी की घोषणा साहसिक व देशहित में
नोटबंदी का फैसला सोच समझ कर व सही दिशा में उठाया गया साहसिक कदम है।
भोजपुर । नोटबंदी का फैसला सोच समझ कर व सही दिशा में उठाया गया साहसिक कदम है। गैर-कानूनी लोगों द्वारा चलाए जा रहे समानांतर साम्राज्य, भ्रष्टाचारियों के बोलबाला, आतंकी गतिविधियों पर रोक लगाने, अकूत संपत्ति रखने वाले पर नकेल कसने में यह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। उक्त बातें शनिवार को वीकेएसयू पीजी अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो.राघवेन्द्र प्रताप ¨सह ने कहीं। मौका था जगजीवन कॉलेज में भारतीय अर्थव्यवस्था में कालाधान एवं विमुद्रीकरण पर व्याख्यान का। इस अवसर पर श्री ¨सह ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पर इसका दूरगामी परिणाम पड़ेगा। छह माह बाद विकास दर का सही परिणाम जनता के सामने आएगा। वर्तमान दौर में आम आदमी की परेशानी थोड़ी बढ़ेगी, रियल स्टेट, टूरिज्म, ई कामर्स, चार पहिया वाहनों , गोल्ड, हवाई जहाज, टेलकॉम, आदि क्षेत्रों में 30 से 40 फीसद की कमी आई है। यह सही बात है। मगर आतंकवाद, माफिया व अवैध धंधा करने वालों पर रोक लगी है। इस अवसर पर प्रो.दिनेश्वर प्रसाद ¨सह ने कहा कि 1947 की आजादी के बाद आर्थिक आजादी की पहल हुई, जो सही है। प्रो.सत्यनारायण ¨सह ने कहा कि नोटबंदी पर देश में सबसे ज्यादा चर्चा चल रही है। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.आभा ¨सह व स्वागत भाषण डॉ.गुलाब फलाहारी ने की। धन्यवाद ज्ञापन डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा ने किया। इस अवसर पर प्रो.किस्मत कुमार, प्रो.विनोद कुमार ¨सह, प्रो.जय नारायण ¨सह, प्रो.विजय कृष्ण पाण्डेय, प्रो.अवधेश प्रसाद, प्रो.अजय कुमार, प्रो.चमचम कुमारी, प्रो.रंगनाथ ¨सह, मयंक शेखर, संतोष कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे।
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जेजे कॉलेज में अभाविप का गठन
जा.सं.,आरा: जगजीवन कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई का गठन कर लिया गया। अध्यक्ष के पद पर श्यामाकांत उपाध्याय, उपाध्यक्ष पद पर अभिषेक ओझा, मंत्री पद पर अमूल्य दीप, सहमंत्री पद पर उज्जवल का चयन किया गया। सदस्य के रूप में भुवन पाण्डेय, महीप कुमार चौबे का चयन हुआ। इस मौके पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कृष्ण देव यादव भी उपस्थित थे।
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एनएसयूआई ने निकाला कैंडिल मार्च
जा.सं.,आरा। गत दिनों सड़क हादसे में जगजीवन कॉलेज के छात्र जय प्रकाश करिया की हुई मौत के पश्चात उनके समर्थकों ने एनएसयूआई के बैनर तले शहीद भवन से एक कैंडिल मार्च निकाला, जो शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से होते हुए रमना स्थित जय प्रकाश मंच पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया। इस अवसर पर उनकी आत्मा की शांति के लिए मौन रखा गया। मार्च में अभिषेक द्विवेदी, आशुतोष ठाकुर, मनन ¨सह, अजीत ¨सह, किशन, चंदू, हाबी, प्रशांत, अमित, सतीश ठाकुर, नवीन दूबे समेत कई लोग उपस्थित थे।