मानवता तार-तारः भोजपुर में कलयुगी मां ने नवजात बच्ची को पॉलीथिन में भरकर खेत में फेंका
एक मां ने अपनी नवजात बच्ची को करीब नौ माह तक पेट में रखा और फिर उसे जन्म देते ही सब्जी के खेत में फेंक दिया। ये घटना बिहार के आरा में हुई है। बच्ची जिंदगी मौत से जूझ रही है।
भोजपुर, जेएनएन। भोजपुर जिले में एक बार फिर मानवता तार-तार हुई है। एक मां ने अपनी नवजात बच्ची को नौ माह तक पेट में रखा और फिर उसे जन्म देते ही सब्जी के खेत में फेंक दिया। मानवता को शर्मसार कर देने वाला यह वाक्या भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के सरैयां गांव का है। बताया जाता है कि सोमवार की रात एक मां ने नवजात बच्ची को जन्म देते ही उसे खेत में फेंक दिया। ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो घटना की जानकारी हुई। बच्ची की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
बोले चिकित्सर, नवजात की हालत नाजुक
बताया जाता हैं कि नवजात को एक पॉलीथिन में डालकर सब्जी के खेत में फेंक दिया गया था। मंगलवार की सुबह ग्रामीणों ने बच्ची को देखा तो आनन-फानन उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल, आरा के नवजात शिशु इकाई में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा है। इधर सदर अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि नवजात बच्ची को पॉलीथिन में डालकर फेंकने की वजह से उसकी स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है। फिलहाल, नवजात बच्ची का इलाज चल रहा है।
रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों को हुई जानकारी
मंगलवार की सुबह बड़हरा प्रखंड के सरैयां गांव में रहने वाला एक ग्रामीण शौच के लिए जा रहा था, तभी नवजात के रोने की आवाज उसके कानों में पड़ी। इसके बाद उसने पास जाकर देखा तो पन्नी के अंदर नवजात बच्ची रो रही थी। तुरंत घटना की जानकारी कृष्णगढ़ थाने की पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही कृष्णगढ़ थाने की पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई। इसके बाद मासूम बच्ची को ग्रामीणों की मदद से इलाज के लिए लेकर सदर अस्पताल, आरा लाया गया। पुलिस मामले की छानबीन में लगी हुई है। बच्ची को देखने से पता चल रहा कि रात में ही उसका जन्म हुआ है।