Move to Jagran APP

आधुनिक शिक्षा से हीं राष्ट्र का विकास संभव: राज्यपाल

आधुनिक युग पर आधारित शिक्षा को अपनाकर हीं राष्ट्र के विकास की कल्पना की जा सकती है। ऐसी हीं शिक्षा देश की प्रगति में सहायक हो सकता है। उक्त बातें राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय के जीरो माइल स्थित न्यू परिसर में मंगलवार को आयोजित स्थापना दिवस समारोह में कही। उन्होंने कहा कि वीर कुंवर सिंह की वीरता हम सबके लिए प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होंने 1

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 08:02 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 08:02 PM (IST)
आधुनिक शिक्षा से हीं राष्ट्र का विकास संभव: राज्यपाल
आधुनिक शिक्षा से हीं राष्ट्र का विकास संभव: राज्यपाल

जागरण संवाददाता, आरा: आधुनिक युग पर आधारित शिक्षा को अपनाकर हीं राष्ट्र के विकास की कल्पना की जा सकती है। ऐसी हीं शिक्षा देश की प्रगति में सहायक हो सकता है। उक्त बातें राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय के जीरो माइल स्थित न्यू परिसर में मंगलवार को आयोजित स्थापना दिवस समारोह में कही। उन्होंने कहा कि वीर कुंवर सिंह की वीरता हम सबके लिए प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे। वीर कुंवर सिंह की धरती पर आकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करने की बात करते हुए राज्यपाल श्री चौहान ने कहा कि उनके नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए कुलपति, शिक्षक और राजभवन सब मिलकर काम करेंगे तो अच्छे परिणाम सामने आएंगे। वीर कुंवर सिंह, विश्वामित्र और शेरशाह सूरी की धरती पर स्थित यह विश्वविद्यालय नई ॅऊचाईयों को हासिल करेगा।

loksabha election banner

उन्होंने राज्य के विश्वविद्यालयों में बायो मिट्रिक सिस्टम लागू करने को बड़ी उपलब्धि बताया और शोध जैसे कार्यों को बढ़ावा देने की बात कही। स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता करते हुए वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. देवी प्रसाद तिवारी ने राज्यपाल के समक्ष विश्व विद्यालय के विकास की उपलब्धियां गिनाई। बिहार राज्य विश्व विद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. कन्हैया बहादुर सिन्हा ने राज्यपाल का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लागू करने की आवश्यक्ता है। उन्होंने कहा कि आज भी हम बीए, एमए की डिग्री देने तक हीं सिमट कर रह गए हैं और नतीेजा है कि ऐसी डिग्रियों के बाद भी छात्र-छात्राओं और युवाओं को नौकरी और रोजगार के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। संचालन कुल सचिव कर्नल श्यामानंद झा ने और धन्यवाद ज्ञापन प्रतिकुलपति नंद किशोर साहा ने की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.