ग्लोबल आयोडीन अल्पता बचाव सप्ताह आज से
लोबल आयोडीन अल्पता बचाव दिवस के अवसर पर जिलास्तर पर अंर्तविभागीय समन्वय स्थापित कर ग्लोबल आयोडीन अल्पता बचाव सप्ताह का आयोजन किया जायेगा जिसकी शुरुआत बुधवार से होगी।
आरा। ग्लोबल आयोडीन अल्पता बचाव दिवस के अवसर पर जिलास्तर पर अंर्तविभागीय समन्वय स्थापित कर ग्लोबल आयोडीन अल्पता बचाव सप्ताह का आयोजन किया जायेगा, जिसकी शुरुआत बुधवार से होगी। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र निर्देशों के मुताबिक सभी जिलों में स्वयंसेवी संस्थानों की सहभागिता से आयोडीन-युक्त नमक के सेवन का मानव जीवन में महत्व विषय पर जनमानस को जागरूक करने के लिए सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्तपाल एवं रेफरल अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्यस केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 21 से 28 अक्टूबर तक ग्लोबल आयोडिन अल्पता बचाव सप्ताह का आयोजन कराना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते स्वास्थ्य विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशों का पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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माइकिग व दीवार लेखन के माध्यम से जागरूकता: जारी दिशानिर्देश के अनुसार आयोडीन अल्पता सप्ताह के दौरान जिला मुख्यालयों व संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों में दो-दो रंगीन फ्लेक्स बैनर स्थापित किये जायेंगे। कार्यक्रम आयोजन के पूर्व कार्यक्षेत्र की आशा, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम के सहयोग से एवं माइकिग हैंडबिल, पोस्टर व दीवार लेखन और जागरूकता रैली के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। जिलास्तर पर अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करना एवं जिलास्तर पर एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया जायेगा, जिसमें नमक के थोक एवं खुदरा व्यपारियों, खाद सुरक्षा पदाधिकारियों, खाद्य एवं आपूर्ति विभा के पदाधिकारियों एवं आईसीडीएस अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यक्रम के जिला एवं प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक का भी आयोजन होगा।
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कर्मियों का होगा उन्मुखीकरण : जारी पत्र के अनुसार आंगनबाड़ी सेविकाओं व आशा कार्यकर्ताओं का एक संयुक्त कार्यशाला का आयोजन कर उनकी क्षमता विकास एवं उन्मूखीकरण करना है। ताकि वह अपने समुदाय स्तर पर जन-जन तक कार्यक्रम की महत्ता को समझा सके। प्रशिक्षित आशा एवं सेविका आयोडीन युक्त नमक खाने के लिए लोगो को परामर्श देंगी। प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न प्रकार के प्रिटिग हैंडबिल, पोस्टर, दिवार पेंटिग, बैनर, पोस्टर, जागरूकता रैली निकाली जायेगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय के बीच आयोडिन युक्त नमक का उपयोग के लिए जागरूकता फैलाना एवं इसकी निगरानी करना है।
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कोविड अनुरूप आचरण अपनाकर करें अपनी सुरक्षा: कोरोना संक्रमण के खतरे हो देखते हुए अभियान के दौरान मास्क का नियमित उपयोग, हाथों की स्वच्छता और शारीरिक दूरी का पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सरकारी निर्देशों के इतर यह समुदाय की भी जिम्मेदारी है कि लोग कोरोना संक्रमण के खतरे को नजरंदाज न करें। अभी तक कोरोना की कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसलिए कोरोना के संक्रमण से ़खुद एवं परिवार को बचाने के साथ समुदाय को भी सुरक्षित रखने में लोगों की सतर्कता एक अहम कड़ी होगी।