नवजात शिशु इकाई के मातृ गृह में लगी आग
सदर अस्पताल आरा परिसर स्थित विशेष नवजात शिशु इकाई के मातृगृह में शनिवार की सुबह अचानक गैस सिलेंडर से आग लगने के कारण अफरातफरी मच गई।
आरा। सदर अस्पताल, आरा परिसर स्थित विशेष नवजात शिशु इकाई के मातृगृह में शनिवार की सुबह अचानक गैस सिलेंडर से आग लगने के कारण अफरातफरी मच गई। हालांकि, बाद में अग्निशामक यंत्र से सिलेंडर में लगी आग को बुझाया गया। जिसके चलते बड़ी घटना होते-होते टल गई। इसके बाद कर्मचारियों से लेकर मरीजों के परिजनों ने राहत की सांस ली है। घटना सुबह करीब नौ बजे के आसपास की है। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय नवजात शिशु इकाई में करीब 22 शिशु भर्ती थे। अगर आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जाता तो इनकी जान को भी खतरा पहुंच सकता था। हादसे का कारण मातृ गृह के अंदर सिलेंडर पर खाना पकाया जाना बताया जा रहा है। गौरतलब हो कि सदर अस्पताल के वार्डों में गैस सिलेंडर पर खाना बनाने पर रोक हैं। बावजूद, इसके इस्तेमाल से एक बड़ी घटना होते-होते टल गई। जानकारी के अनुसार शाहपुर के कारनामेपुर ओपी अन्तर्गत प्रसौड़ा गांव की एक महिला को प्रसव हुआ था। जन्म लेने के बाद से ही नवजात की तबीयत खराब है। जिसे लेकर परिजनों ने बच्चे को सदर अस्पताल के विशेष नवजात शिशु इकाई केन्द्र में भर्ती कराया हैं। शनिवार को नवजात शिशु इकाई में भर्ती बच्चों के परिजन शिशु-मातृ गृह में थे। इस दौरान एक महिला छोटे गैस सिलेंडर पर खाना पका रही थी। इस दौरान अचानक गैस सिलेंडर में रिसाव के चलते आग लग गई। जिसके बाद मातृ गृह में बैठी महिलाओं में अफरातफरी मच गई। बाद में नवजात शिशु इकाई के कर्मचारी अंदर से दौड़ कर बाहर आए। जिसके बाद राजू नामक एक कर्मचारी ने अग्निशामक यंत्र के जरिए सिलेंडर में लगी आग को बुझाया। इसके बाद परिजनो ने राहत की सांस ली। अगर समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता तो भीषण रूख अख्तियार कर सकता था। इसलिए आग लगने के बाद पहले जलते सिलेंडर को बाहर फेंका गया। अगर सिलेंडर ब्लास्ट करता तो काफी क्षति हो सकती थी।