जर्जर पुल के कारण तीन किलोमीटर लंबी दूरी तय करते हैं ग्रामीण
डिलिया गांव के समीप आरा मुख्य कैनाल नहर के जर्जर पुल के सहारे कई गांवों के लोग सफर करने को विवश हैं।
आरा। डिलिया गांव के समीप आरा मुख्य कैनाल नहर के जर्जर पुल के सहारे कई गांवों के लोग सफर करने को विवश हैं। जर्जर पुलिया के कारण नहर से सड़क मार्ग के लिए तीन किलोमीटर लम्बी दूरी तय करनी पड़ती है। आरा मुख्य कैनाल नहर मार्ग पर योगा, खरैचा, अकोढा, बिसम्भरपुर समेत कई अन्य गांव के लोग नहर से सड़क मार्ग पर आने के लिए तीन किमी की जगह पांच किलोमीटर की दूरी तय कर आते हैं। कारण डिलिया गांव के समीप आरा मुख्य कैनाल पर वर्षों पुर्व निर्मित पुलिया जर्जर व क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस जर्जर पुलिया के कारण जोगा, खरैचा, बिशंभरपुर समेत अन्य गांव का भी संपर्क अपने पंचायत से नहीं जुड़ जाता है। साथ ही डिलिया गांव के लोगो को भी कृषि कार्यों के लिए लगभग तीन किलोमीटर दूरी तय करने के लिए लख पुल का सहारा लेना पड़ता हैं। इस जर्जर पुल को बनाने की मांग वर्षों से की जा रही है, परंतु अब तक किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। लोग जान हथेली पर लेकर इस पुल के सहारे आवागमन करने को विवश हैं। खतरे को निमंत्रण देता यह पुल किसी भी दिन बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है।
डिलिया गांव निवासी कामेश्वर सिंह ने बताया कि गर्मी के दिनों में पुल के सहारे या नहर पार कर ग्रामीण व राहगीर आने जाने को को मजबूर है। बिसम्भरपुर गांव निवासी उपेन्द्र सिंह ने बताया कि पुल बन जाने से इस क्षेत्र के लोगों को कम दूरी व कम समय में नहर मुख्य मार्ग पर जाने में काफी सुविधा होगी। बिसंम्भरपुर निवासी किसान किसान बिरेंद्र सिंह ने बताया कि नेताओं के पास गुहार लगाने के बाद आश्वासन तो कई बार मिला, मगर पहल नहीं हो सकी।