विवि के निर्देश के बावजूद कुर्सियां रहीं खाली व लटके मिले ताले
लॉकडाउन के 173 दिनों बाद वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को सभी शिक्षक व कर्मचारियों के लिए बुधवार को खोला गया ताकि लंबित परीक्षा की तैयारी की जा सके।
आरा। लॉकडाउन के 173 दिनों बाद वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को सभी शिक्षक व कर्मचारियों के लिए बुधवार को खोला गया, ताकि लंबित परीक्षा की तैयारी की जा सके। लेकिन अधिकांश विभागों में कुर्सियां खाली रहीं व विभागध्यक्षों के कमरे में ताले लटके रहे। हालांकि सहायक कर्मचारी उपस्थित थे। बता दें कि विवि को कोरोना महामारी से बचाव के लिए विगत 23 मार्च से बंद है। राजभवन के आदेश से विवि प्रशासन अभी तक सिर्फ विभागाध्यक्षों को उपस्थित होने का निर्देश देता रहा था। इधर विभिन्न परीक्षा के आयोजन को लेकर विवि प्रशासन ने अब सभी शिक्षकों को नौ सितंबर से कार्यालय में मौजूद रहने का निर्देश दिया है। विवि के निर्देश के बावजूद अधिकांश शिक्षक व विभागाध्यक्ष नहीं पहुंचे। विज्ञान भवन में सिर्फ जंतु विज्ञान व बीएड पुरानी ब्लिडिग वाले भवन में इतिहास विभाग में चहल पहल थी। भोजपुरी विभाग वाले भवन के अर्थशास्त्र विभाग में विभागाध्यक्ष प्रो. सत्यनारायण सिंह की आने की जानकारी मिली। जंतु विभागाध्यक्ष प्रो अनिल कुमार सिन्हा को स्नातकोत्तर सेमेस्टर वन सत्र 2019-21 के आंतरिक परीक्षा की तैयारी की योजना करते देखे गए। उनका सहयोग डॉ. मोहिता वरदान व डॉ. अमित प्रियदर्शी कर रहे थे। डॉ. मोहिता वरदान व डॉ. अमित प्रियदर्शी पटना से भाड़े की गाड़ी से आए थे। इन दोनों को दूसरे शिक्षक को नहीं आने पर आश्चर्य नहीं हुआ। विज्ञान भवन में भौतिकी, रसायन, बॉटनी व भूगोल विभाग में ताले लटके थे। हालांकि सभी विभागों में सहायक कर्मचारी उपस्थित थे। विभागाध्यक्ष के नहीं आने के कारण रसायन विभाग के कर्मचारी को आराम से सोते देखा गया। वहीं विज्ञान भवन में कंप्यूटर सेंटर पहले की तरह खुला था।
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वर्जन
कोरोना महामारी की लंबी अवधि के बाद शिक्षकों को विवि में आने को कहा गया था । उनके नहीं आने से लंबित परीक्षा की तैयारी में विलंब हो सकता है। शिक्षकों से आग्रह करता हूं कि वे कॉलेज आएं और अपना काम जल्द निपटाएं। शिक्षकों को छात्र हित में आना जरूरी है।
-कर्नल श्यामनंद झा
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बायोमीट्रिक से हाजिरी बनाने का किया विरोध
जासं, आरा: वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में शिक्षकों ने फिर एक बार बायोमीट्रिक से उपस्थिति दर्ज करने का विरोध किया है। बता दें कि विवि प्रशासन ने विगत तीन अक्तूबर को शिक्षकों को विभागों में उपस्थित होकर बायोमीट्रिक से उपस्थिति बनाने का निर्देश दिया है।
जानकार सूत्रों से बताया कि अधिकांश शिक्षक पटना से आते हैं। ऐसे में उनको बायोमीट्रिक से उपस्थिति बनाने में परेशानी होगी। ऐसे मैन्यूअल उपस्थिति बनाने में सुविधा होती है। हालांकि शिक्षकों का कहना है कि बायोमीट्रिक के कारण कोरोना से संक्रमित होने का खतरा है। बता दें कि विवि में कई कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं एक अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार की मौत कोरोना के कारण हो चुकी है।
------------- आज तक होंगे स्नातक में नामांकन
जासं, आरा: वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के स्नातक पार्ट वन सत्र 2020-23 में तीसरी मेधा सूची से नामांकन 10 अक्तूबर तक ही होगा। डीएसडब्ल्यू प्रो केके सिंह ने बताया कि स्नातक पार्ट वन में तीसरी मेधा सूची से नामांकन 10 अक्तूबर तक होगा। उन्होंने उपयुक्त तिथि को विस्तारित करने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में तीसरी मेधा सूची से नामांकन की तिथि को विस्तारित नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी तक स्नातक पार्ट वन में करीब 45 हजार नामांकन हो चुके हैं।
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12 अक्तूबर को होगी चौथी मेधा जारी
जासं, आरा: वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के स्नातक पार्ट वन सत्र 2020-23 में चौथी मेधा सूची 12 अक्तूबर को जारी किया जाएगा। डीएसडब्ल्यू प्रो केके सिंह ने बताया कि स्नातक पार्ट वन में चौथी मेधा सूची 12 अक्तूबर को जारी की जाएगी। इसके द्वारा नामांकन 16 अक्तूबर तक होगा। उन्होंने बताया कि चौथी मेधा में करीब 10 हजार छात्र-छात्राओं के नाम जारी किये जाएंगे।