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भोजपुर में 19 पंचायतों की 43 हजार हेक्टेयर में फसल बर्बाद

बड़हरा प्रखंड की 19 पंचायतों में बाढ़ से किसानों की करीब दो करोड़ की फसल खेत में बर्बाद हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Aug 2021 11:42 PM (IST)Updated: Mon, 30 Aug 2021 11:42 PM (IST)
भोजपुर में 19 पंचायतों की 43 हजार हेक्टेयर में फसल बर्बाद
भोजपुर में 19 पंचायतों की 43 हजार हेक्टेयर में फसल बर्बाद

आरा। बड़हरा प्रखंड की 19 पंचायतों में बाढ़ से किसानों की करीब दो करोड़ की फसल खेत में बर्बाद हो गई है। बाढ़ से खेतों में लगी मक्का, धान, दलहन तथा सब्जी की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। इससे किसान परेशान हैं। पशुपालक किसानों को पशु चारा के लिए भी परेशानी हो रही है। किसानों की खेतों में पूंजी फंस जाने से उनकी माथे पर लकीरें खींच आई हैं। अब वे आगे की खेती को लेकर चिंतित हैं।

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प्रखंड की 22 पंचायतों में 19 पंचायतें बाढ़ की चपेट में हैं। दो पंचायतों में आंशिक रूप से फसल बर्बाद हुई है। वहीं मात्र एक पंचायत पूरी तरह सुरक्षित है। इससे 43 हजार हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हुई है। प्रखंड कृषि विभाग ने भी 42 हजार 272 हेक्टेयर में फसल क्षति की रिपोर्ट भेजी है। वहीं छह हजार हेक्टेयर में लगी सब्जी की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है।

बड़हरा प्रखंड की 19 पंचायत के धान, मक्का, अरहर, दलहन तथा सब्जी के फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। वे पंचायतें नरगदा, पकड़ी, खवासपुर, सरैया, नथमलपुर, सिन्हा, सोहरा, बलुआ, गजियापुर, बखोरापुर, नेकनामटोला, पश्चिमी गुंडी, पूर्वी गुंडी, सेमरिया पंडरिया, बड़हरा, पश्चिमी बबुरा, लौहर फारना तथा एकवना हैं। वहीं मटुकपुर तथा पूर्वी बबुरा पंचायत में बाढ़ ने आंशिक रूप से फसल बर्बाद किया है। इस बाढ़ से केवल बभनगांवा पंचायत बची है। बड़हरा में सिचित, असिचित, कृषि योग्य व गैर कृषि योग्य भूमि का एक नजर

सिचित खेती क्षेत्रफल में - 12371 हेक्टेयर

असिचित खेती क्षेत्रफल में - 5496 हेक्टेयर

कृषि योग्य भूमि क्षेत्रफल में - 11143 हेक्टेयर

गैर कृषि योग्य भूमि क्षेत्रफल में - 5800 हेक्टेयर

------------- हमनी के बुझाते नइखे, एहिजा मुंह देखवल हो ता -- बाढ़ राहत की सूची को छव हजरिया सूची बोल रहे लोग संवाद सूत्र, शाहपुर: हमनी के बुझाते नइखे,एहिजा मुंहदेखवल हो ता। ये बातें बाढ़ राहत अनुदान के लिए नाम जोड़वाने प्रतिनिधियों के पास से लौटने वाले लोगों की है। वे लोग अपने को खुशनसीब मान रहे हैं, जिनके नाम सूची में जोड़कर अनुदान के लिए आनलाइन हो चुका है। जिनका नाम नहीं जुड़ा है वे बेचारे पंचायत से लेकर मुख्यालय तक भटक रहे हैं। प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बाढ़ राहत अनुदान राशि की सूची में नाम जोड़वाने के लिए भटकते हुए पीड़ित ने पूछा कि छ: हजरिया में नाम कइसे जुटी ए बबुआ। उस व्यक्ति के अनुसार बाढ़ राहत में मिलने वाली अनुदान राशि में सरकार द्वारा छह हजार रुपये मिलते हैं। इसीलिए लोगों द्वारा उक्त सूची को छ: हजरिया सूची की संज्ञा दी गई है। बाढ़ का पानी उतरने के बाद अब पंचायतों में अनुदान राशि के लिए नाम जोड़ने की होड़ मची हुई है।

2019 की बाढ़ में प्रखंड की 20 पंचायतों के करीब 52 हजार बाढ़ प्रभावित लाभुकों की सूची की डाटा इंट्री सरकार द्वारा बनाये गए संपूर्ति पोर्टल पर आनलाइन किया गया था। वर्जन

बाढ़ प्रभावित पंचायतों के करीब 40 हजार से ज्यादा लाभुकों का डाटा इंट्री संपूर्ति पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है। जैसे-जैसे पंचायतों से लाभुकों की संख्या अनुश्रवण समिति के माध्यम से आ रही है, उसका डाटा इंट्री लगातार किया जा रहा है।

-पंकज कुमार झा, सीओ


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