नारी उत्कर्ष आज के समाज की मांग
जनहित परिवार के तत्वावधान में बाल हिन्दी पुस्तकालय में कवि रामबचन चौधरी का भोजपुरी कविता संग्रह नारी और हिन्दी कविता संग्रह कामना का विमोचन समारोह आयोजित किया गया।
भोजपुर । जनहित परिवार के तत्वावधान में बाल हिन्दी पुस्तकालय में कवि रामबचन चौधरी का भोजपुरी कविता संग्रह नारी और हिन्दी कविता संग्रह कामना का विमोचन समारोह आयोजित किया गया। सृजनलोक के प्रबंध संपादक गायत्री सहाय ने नारी और प्रो.दिवाकर पांडेय ने कामना का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सृजनलोक के संपादक जगतनंदन सहाय ने कहा कि कवि के साहित्य की दो धूरियां हैं। एक में करूणा और वेदना है तो दूसरे में सामाजिक यथार्थ ²ष्टि व सामाजिक ¨चतन धारा है। गायत्री सहाय ने कहा कि हर पूजा की अधिकारी मां है। प्रो.दिवाकर पांडेय ने कहा कि नारी उत्कर्ष और संवृद्धि आज के समाज की मांग है। अध्यक्षीय वक्तव्य में कवि नंदकिशोर कमल ने कहा कि उच्चतम मानवीय मूल्यों का सार तत्व धर्म में निहित होता है। अध्यात्म एवं विज्ञान एक दूसरे के पूरक है। कवि गोष्ठी में हरेराम ¨सह, प्रहलाद तिवारी, डॉ.कमल ¨सह, डॉ.किरण कुमारी, डॉ.ममता मिश्र, डॉ.रेणु मिश्र, रामसुभग मिश्र रासु, भानु ¨सह आदि ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। मंच संचालन अधिवक्ता कृष्णगोपाल मिश्र, अतिथियों का स्वागत शरद ¨सह और धन्यवाद ज्ञापन सचिव अतुल प्रकाश ने किया।