Bhojpur Crime: जेल से मोबाइल-सिम बरामदगी मामले में हो गया एक्शन, अब पुलिस खोज रही कनेक्शन
आरा जेल में सोमवार को डीएम-एसपी की रेड में बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी। जेल के 32 वार्डों की तलाशी के दौरान 28 नवंबर को आठ मोबाइल कई सिमकार्ड गांजा खैनी और रुपये बरामद किए गए थे। इस मामले में कार्रवाई के बाद अब जांच का सिलसिला तेज है।
आरा, जागरण संवाददाता। भोजपुर जिले के आरा मंडल कारा में छापेमारी के दौरान आठ मोबाइल, पांच सिम कार्ड, चार चार्जर, 15 हजार नकदी समेत खैनी व गांजा की पुड़िया सहित अन्य आपत्तिजनक सामानों की बरामदगी मामले में आखिरकार गाज गिर ही गई। जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने सहायक जेलर (सहायक अधीक्षक ) गौतम प्रसाद सिंह व कक्षपाल रवि कुमार राणा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जेल अधीक्षक ने बताया कि कर्तव्य में लापरवाही को लेकर दोनों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है। इसके अलावा छह अन्य कारा हवलदार, डे हवलदार, चीफ वार्डन, दफा इंचार्ज, गेट वार्डन व हेड वार्डन से जवाब-तलब किया गया है।
IMEI और सिम कार्ड नंबर से खुलेगा कैदियों का राज
इस मामले में प्राथमिकी होने के बाद टाउन पुलिस तकनीकी रूप से साक्ष्य जुटाने में लग गई है। जब्त मोबाइल के आइएमइआई और सिम कार्ड नंबर से कैदियों के कनेक्शन का राज खुलेगा। इसकी कवायद तेज हो गई है। इस मामले में सीओ राजकुमार के बयान पर प्राथमिकी की गई है। इसमें अविनाश पासवान नामक एक बंदी को नामजद आरोपित किया गया है। उसके पास से 15 हजार रुपये मिले थे। जबकि, आठ मोबाइल व पांच सिम कार्ड बरामदगी में कैदियों के नाम का पर्दाफाश नहीं हो सका है। पुलिस इसकी पड़ताल में लगी है। सोमवार की सुबह डीएम राजकुमार व एसपी संजय कुमार सिंह ने जेल में पूरे दल-बल के साथ व्यापक पैमाने पर छापेमारी कर 32 वार्डों की तलाशी ली थी।
...और कागज के पुर्जे पर लिखे मिले 20 मोबाइल नंबर
पुलिस को छापेमारी के दौरान अलग-अलग कागज के पुर्जा व आधार कार्ड की छाया प्रति मिली है। इसपर अलग-अलग करीब 20 से अधिक मोबाइल नंबर पाए गए हैं। मोबाइल नंबर के साथ अधिकांश पर नाम-पता भी अंकित है। अधिकांश नंबर शहर के हैं, जिसमें गौसगंज, शिवगंज, करमन टोला का पता अंकित है, जो जांच का विषय है। डोमन, विकास, रूपेश व राहुल यादव जैसे कुछ नाम भी लिखे पाए गए हैं।
तलाशी में लापरवाही पर की गई कार्रवाई
इधर जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया कि जेल गेट व वार्डों में तलाशी के दौरान लापरवाही पाए जाने पर दो को निलंबित किया गया है। संतोषजनक जवाब नहीं पाए जाने पर छह अन्य के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।