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बेगूसराय गोली कांड के बाद लोगों को याद आया आरा का कुख्यात ‘हीरो’, हत्या के बाद छोड़ जाता था विजिटिंग कार्ड

Begusarai firing case हीरो और उसके गैंग का मुख्य पेशा शहर के व्यवसायियों से रंगदारी वसूलना रहा था। पहले फोन कर रंगदारी मांगता था और फिर नहीं देने पर साथियों के साथ गोली दाग देता था। जिसके कारण शहर के व्यवसायियों में उसका काफी खौफ कायम हो गया था।

By Deepak SinghEdited By: Umesh KumarPublished: Wed, 14 Sep 2022 11:16 PM (IST)Updated: Thu, 15 Sep 2022 05:44 AM (IST)
बेगूसराय गोली कांड के बाद लोगों को याद आया आरा का कुख्यात ‘हीरो’, हत्या के बाद छोड़ जाता था विजिटिंग कार्ड
बेगूसराय गोली कांड के बाद लोगों को याद आया आरा का कुख्यात ‘हीरो’।

भोजपुर, जागरण संवाददाता। सिरियल फायरिंग को लेकर इनदिनों सूबे का बेगूसराय गोली कांड सुर्खियों में है। एक समय ऐसा था जब आरा में भी गोलीबाज अपराधी हुआ करता था, लेकिन अंतत: जिला पुलिस एवं एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। हीरो उर्फ मनीष नामक गोलीबाजी अपराधी की खासियत यह थी कि गोली मारने के बाद अपना विजिटिंग कार्ड जरूर छोड़ जाता था।

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हीरो और उसके गैंग का मुख्य पेशा शहर के व्यवसायियों से रंगदारी वसूलना रहा था। पहले फोन कर रंगदारी मांगता था और फिर नहीं देने पर साथियों के साथ गोली दाग देता था। जिसके कारण शहर के व्यवसायियों में उसका काफी खौफ कायम हो गया था। उसकी करतूतों को देख उसे लोग साइको अपराधी भी कहने लगे थे।

एके-47 खरीदने की थी इच्छा

जिस तेजी से वह अपराध की दुनिया में तेजी से बढ़ रहा था। उसी तेजी से उसका अंत: भी हो गया। आतंक का दूसरा नाम और पुलिस के लिए सिरदर्द बना कुख्यात हीरो 14 नवंबर 2018 को पीरो के बरांव के पास मुठभेड़ में मारा गया था। हीरो करीब एक साल से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। उसकी इच्छा एके-47 भी खरीदने की थी।

वेश बदलने के लिए रखता था कॉन्टेक्ट लेंस

बड़हरा के बिंदगांवा गांव निवासी मनीष उर्फ नीरज उर्फ हीरो पटना से लेकर भोजपुर जिले में हत्या, लूटपाट और रंगदारी समेत आर्म्स एक्ट से जुड़े करीब दर्जन भर कांडों में दागी रहा था। पहली बार 23 दिसंबर 2017 को पटना के रूपसपुर थाना के अभियंतानगर से पकड़ा गया था। बाद में हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के मामले में प्रोडक्शन वारंट के आधार पर रिमांड के लिए आरा कोर्ट लाया गया था।

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25 अगस्त 2018 को कोर्ट में पेशी के दौरान भाग निकला था। वेश बदलने के लिए कॉन्टेक्ट लेंस रखता था। मारे जाने के बाद हीरो के पाकेट से तीन अलग-अलग रंग का कॉन्टेक्ट लेंस मिला था। पहले अपने घुंघराले बाल और मूंछ से पहचाने जाने वाला हीरो बाद में पुलिस से बचने के लिए अपना हुलिया भी लगातार बदल रहा था।

30 मिनट के अंदर तीन जगहों पर की थी फायरिंग

20 सितंबर 2018 को टाउन थाना क्षेत्र में महज 30 मिनट के भीतर दो स्थान नाला मोड़ और एमपी बाग तथा उदवंतनगर थाना क्षेत्र के जीरो माइल स्थित महिंद्रा के शोरूम में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी। पहली वारदात में भाजपा नेता प्रेम पंकज के शोरूम में कार्यरत एक कर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दूसरे को जख्मी कर दिया था। अभी मामला चल ही रहा था कि उसने धनुपरा ईट भट्टा संचालक उमेश से पैसे की मांग कर डाली थी।


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