Move to Jagran APP

भोजपुर के बड़हरा में फैला गंगा का पानी

बाढ़ का खतरा अब प्रबल होते दिखने लगा है। जल स्तर में लगातार वृद्धि जारी है। वृद्धि का जो ट्रेंड बना हुआ है उससे जाहिर है कि बुधवार की सुबह में गंगा नदी बड़हरा में डेंजर लेवल खतरे के लाल निशान को पार कर जाएगी। मंगलवार को संध्या छह बजे विभागीय रिपोर्ट के अनुसार बड़हरा में गंगा नदी का जलस्तर 52.75 मीटर पर पहुंच गया है जबकि खतरे का लाल निशान 53.08 मीटर है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 11:47 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 11:47 PM (IST)
भोजपुर के बड़हरा में फैला  गंगा का पानी
भोजपुर के बड़हरा में फैला गंगा का पानी

भोजपुर। बाढ़ का खतरा अब प्रबल होते दिखने लगा है। जल स्तर में लगातार वृद्धि जारी है। वृद्धि का जो ट्रेंड बना हुआ है, उससे जाहिर है कि बुधवार की सुबह में गंगा नदी बड़हरा में डेंजर लेवल खतरे के लाल निशान को पार कर जाएगी। मंगलवार को संध्या छह बजे विभागीय रिपोर्ट के अनुसार बड़हरा में गंगा नदी का जलस्तर 52.75 मीटर पर पहुंच गया है, जबकि खतरे का लाल निशान 53.08 मीटर है। इलाहाबाद, बनारस और बक्सर में गंगा नदी के जलस्तर में अभी वृद्धि जारी है, हालांकि राहत की बात यह है कि कोईलवर में सोन नदी का जलस्तर थम गया है। बावजूद गंगा के जलस्तर में वृद्धि की स्थिति के मद्देनजर जिले में जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल आरा के अभियंताओं का अवकाश तत्काल प्रभाव से रद कर दिया है और क्षेत्र में बने रहने का निर्देश के साथ अलर्ट जारी कर दिया है, ताकि विपरीत हालात से निपटा जा सके। बड़हरा के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। कई पहुंच पथों पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से आवागमन अवरुद्ध होने की स्थिति बन गई है। मंगलवार को शाम तक कई पहुंच पथों पर पानी डेढ़ से दो फीट बहने लगा है। गंगा नदी के जलस्तर में प्रति घंटे पांच सेंटीमीटर की रफ्तार से वृद्धि हो रही है। मगंलवार को सुबह में गंगा नदी का जलस्तर 52.55 मीटर दर्ज किया गया था, जो शाम छह बजे बढ़कर 52.75 मीटर पर पहुंच गया। सोमवार को सुबह में बड़हरा में गंगा नदी का जल स्तर 51.90 मीटर पर था, जबकि शाम छह बजे तक जलस्तर 52.20 मीटर पर पहुंच गया है। रविवार एक अगस्त को बड़हरा में गंगा नदी का जलस्तर 52.10 मीटर दर्ज किया गया था। इस तरह पिछले 24 घंटे में गंगा नदी के जल स्तर में एक मीटर 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। सोन नदी के जलस्तर में भी 24 घंटे में तीन मीटर से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है। लेकिन मगंलवार को शाम में सोन नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है। कोईलवर में एक अगस्त रविवार को सोन नदी का जलस्तर 50.20 मीटर दर्ज किया गया था, जो सोमवार को सुबह में 53.19 मीटर पर पहुंच गया। इस तरह सोन नदी के जलस्तर में तीन मीटर की वृद्धि दर्ज की गई थी। कोईलवर में सोन नदी का डेंजर लेवल 55.52 मीटर है। वैसे तो गंगा नदी के जलस्तर में पिछले कई दिनों से धीरे-धीरे वृद्धि हो रही थी, परंतु तीन दिनों के दौरान अप्रत्याशित वृद्धि ने जिला प्रशासन से लेकर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, आरा के अभियंताओं की परेशानी बढ़ा दी है। अभियंताओं का दल लगातार बड़हरा में कैंप कर हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि जिले के छह प्रखंड बाढ़ से प्रभावित होते हैं। इसमें बड़हरा, शाहपुर, कोईलवर, आरा, उदवंतनगर, बिहिया और शाहपुर प्रखंड शामिल। गंगा नदी के जलस्तर में तीव्र गति से जारी वृद्धि के कारण गंगा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों के लोग समेत बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के लोग संभावित बाढ़ के खतरों से सहमे हुए हैं।

loksabha election banner

-------

पीसीसी पहुंच पथ पर बाढ़ का पानी एक से डेढ़ फीट तक चढ़ा

संवाद सूत्र, सरैया: पिछले तीन दिनों से बड़हरा प्रखंड के गंगा नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से रविवार की रात्रि में नेकनामटोला गांव के पीसीसी पहुंच पथ पर बाढ़ का पानी एक से डेढ़ फीट तक चढ़ गया। मगर गंगा व सोन दोनों नदियों के जलस्तर में वृद्धि से निचले मैदानी क्षेत्रों में अगले दो दिनों में बाढ़ का पानी फैल जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। यदि जलस्तर में तेज वृद्धि जारी रही तो प्रखंड के नेकनामटोला, केशोपुर, बखोरापुर, बड़का लौहर, मोहनपुर, करजा, दूबे छपरा, हाजीपुर आदि निचले जलग्रहण वाले गांवों के बधार में जल्द ही बाढ़ का पानी फैल जाएगा। हालांकि प्रभावित होने वाले गांवों का बधार पानी से डूब जाता है तो किसानों को कोई खास नुकसान भी नहीं होने वाला। क्योंकि निचले जलग्रहण क्षेत्र के बधार में अभी किसी प्रकार की फसल भी नहीं लगी है। नेकनामटोला गांव के पहुंच तथ पर बाढ़ का पानी चढ़ तो गया है, परन्तु आवागमन संचालित है। निचले जलग्रहण क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति के बहुत जल्द पैदा हो जाने का मुख्य कारण है केशोपुर- नेकनाम टोला के समीप गंगा में मिलने वाला बरसाती सकुचाही नाला। गंगा के जलस्तर में थोड़ी भी वृद्धि हुई कि निचले मैदानी इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगता है तथा दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में तबाही झेलने को मजबूर होते हैं।

----

-----

बड़हरा में गंगा नदी का जलस्तर (मीटर में):

तिथि जलस्तर

27 जुलाई 50.90

28 जुलाई 50.68

29 जुलाई 51.00

30 जुलाई 51.00

31 जुलाई 50.95

1 अगस्त 51.10

2 अगस्त 52.20

3 अगस्त 52.55 सुबह

शाम 6 बजे 52.75

-----


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.