सृजन घोटाला : कैशबुक अपडेट नहीं रहने पर जिला परिषद के नाजिर से मांगा स्पष्टीकरण Bhagalpur News
डीआरडीए ने बैंक ऑफ बड़ौदा में चल रहे अपने आठ खाते को बंद करा दिया है। इसी बैंक के माध्यम से डीआरडीए की राशि सृजन के खाते में गई थी।
भागलपुर [जेएनएन]। जिला परिषद में कैश बुक अपडेट नहीं रहने पर डीआरडीए निदेशक प्रमोद कुमार पांडेय ने नाजिर सुनील कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है। नाजिर से दो दिनों के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है। 2017 में जब सृजन घोटाला उजागर हुआ था, तब जिला परिषद का कैशबुक अपडेट नहीं था। अभी भी स्थिति में बदलाव नहीं आया है। इस मामले को डीआरडीए निदेशक ने गंभीरता से लिया है। घोटाला उजागर होने पर जिला परिषद की एक अरब 19 करोड़ 34 लाख 63 हजार 337 रुपये सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के खाते में जाने की बात कही गई थी। कितनी राशि वापस आई है, इसका पता नहीं चल पाया है।
डीआरडीए ने सात खाते बंद किए
डीआरडीए ने बैंक ऑफ बड़ौदा में चल रहे अपने आठ खाते को बंद करा दिया है। इसी बैंक के माध्यम से डीआरडीए की राशि सृजन के खाते में गई थी। डीआरडीए प्रशासन अपना एक-एक कर बैंक ऑफ बड़ौदा में खुले अपने खाते को बंद करना शुरू कर दिया है।
8.62 करोड़ रुपये का पता नहीं चल पा रहा
डीआरडीए के 89.83 करोड़ रुपये बैंकों के माध्यम से सृजन के खाते में गए थे। सृजन ने 81.21 करोड़ रुपये वापस बैंक में जमा करा दिए। सृजन घोटाला के उजागर होने के बाद अवैध निकासी मामले की जांच महालेखाकार की टीम ने की थी। साथ स्थानीय स्तर पर भी ऑडिट कराया गया था। इस दौरान 83 करोड़ की निकासी होने की बात कही गई थी। साथ ही इससे अधिक राशि के वापस आने की बात भी कही गई थी।