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तनाव, फास्ट फूड और अनियमित दिनचर्या युवावस्था में ही बना रहा मधुमेह का शिकार Bhagalpur News

अस्‍पताल में प्रत्येक गुरुवार को अलग से मधुमेह से पीडि़त मरीजों के इलाज करने की व्यवस्था है। उस दिन वहां इलाज करानेवालों में 18 से 35 वर्ष के पांच फीसद युवा शामिल होते हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 11:45 AM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 11:45 AM (IST)
तनाव, फास्ट फूड और अनियमित दिनचर्या युवावस्था में ही बना रहा मधुमेह का शिकार Bhagalpur News

भागलपुर [अशोक अनंत]। भागलपुर जिले के पांच फीसद युवा मधुमेह की जद में आ गए हैं। उनकी नियमित जांच से इसका पता चला है। इनमें उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र एवं नौकरी करने वाले युवा शामिल हैं। उनके मधुमेह से ग्रसित होने का मुख्य कारण उनकी अनियमित दिनचर्या और भूख मिटाने के लिए कोई भी फटाफट तैयार होने वाला भोजन ग्रहण कर लेना है। फलों की तरफ उनका ज्यादा रुझान नहीं होना भी इसकी एक वजह मानी जा रही है। इस तथ्य का खुलासा ऑल इंडिया फिजीशियन एसोसिएशन द्वारा कराए गए एक सर्वे में हुआ है।

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स्थानीय जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रत्येक गुरुवार को अलग से मधुमेह से पीडि़त मरीजों के इलाज करने की व्यवस्था है। उस दिन वहां इलाज करानेवालों में 18 से 35 वर्ष के पांच फीसद युवा शामिल होते हैं। डॉ. राजकमल चौधरी के अनुसार, युवा की नित्य देर रात को सोने, सुबह देर से उठने तथा ज्यादातर फास्ट फूड खाने, व्यायाम से दूर रहने और नौकरी और पढ़ाई के तनाव कारण मधुमेह और बीपी जैसी बीमारी के चपेट में आ जा रहे हैं।

फिजिशियन डॉ. हेम शंकर शर्मा के मुताबिक हाल के महीनों में भी ऑल इंडिया फिजीशियन एसोसिएशन द्वारा बिहार के अलावा अन्य राज्यों में ऐसे सर्वे कराए गए हैं।


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