...आखिर एटीएम की सुरक्षा के लिए क्यों गंभीर नहीं हैं बैंक अधिकारी और पुलिस
एटीएम में सेंधमारी के प्रवेश करते समय अपराधियों का चेहरा कैमरे में कैद है। पुलिस बैंक प्रबंधन के संपर्क में है। पुलिस ने दोनों एटीएम से पानी की बोतलें बरामद की है।
भागलपुर (जेएनएन)। सिल्क सिटी की एटीएम पूरी तरह अनसेफ है। चोरों ने सोमवार की रात मिरजान स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को गैस कटर से काटकर 19 लाख 60 रुपये उड़ा लिए। वहीं, एक लाख रुपये गैस कटकर के रिसाव से जल गए। जबकि हबीबपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम में भी चोरी का प्रयास किया गया, लेकिन चोर सफल नहीं हो सका। पर, यहां भी 6700 रुपये जल गए। एक ही रात दो एटीएम काटने की घटना ने पुलिसिया व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। एटीएम काउंटर असुरक्षित होने के कारण बदमाशों के लिए आसान टार्गेट बन गया है। एटीएम से लाखों की चोरी ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मुख्यालय से पांच किमी स्थित इस इलाके में एटीएम की हुई चोरी की वारदात से कई बैंकों ने कोई सबक नहीं लिया है।
कहीं एजेंसी की मिलीभगत तो नहीं
शहर स्थित एसबीआइ के अधिकांश बैंकों की एटीएम में पैसा से लेकर सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएलए एजेंसी के पास है। एजेंसी एटीएम की जिम्मेदारी दी गई है। बैंक भी शहर में कड़ी सुरक्षा नहीं होने के कारण एजेंसी को ही एटीएम का काम सौंप दिया है। एजेंसी अपने अंदर पडऩे वाले एटीएम का इंश्योरेंस करा रखते हैं। अगर किसी एटीएम में कैश की चोरी होती है। उस रकम की भरपाई एजेंसी इंश्योरेंस कंपनी से कर लेती है। चाहे वह रकम पांच लाख हो या तीस लाख। चोरी के बाद संबंधित इंश्योरेंस कंपनी से एजेंसी को रकम मिल जाती है। इसलिए एजेंसी भी निश्चिंत रहती है, एटीएम में गार्ड भी नहीं रखती। रात में खुलने वाली एटीएम में गार्ड रखना जरूरी है, लेकिन कल गार्ड कहां थे। अभी सिल्क सिटी में एसबीआइ की 36 एटीएम एजेंसी के पास है। एजेंसी ही इन एटीएम को देखरेख करती है।
दो से तीन घंटे लगे होंगे काटने में
जिस तरह से मिरजान और हबीबपुर में एटीएम को काटा गया है। उसे काटने में बदमाशों को दो से तीन घंटे का समय लगा होगा। चोरों ने एटीएम काटने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया है। एटीएम के नीचे वाले ट्रैक को काटने और काटकर निकालने वालों की संख्या चार से पांच होगी। बदमाशों ने पूरे केस ट्रैक को काटकर बाहर निकाला और इसके बाद कैश को एकत्र किया। लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
2000 हजार के नोटों की संख्या ज्यादा
एसबीआइ की एटीएम में 2060000 लाख रुपये थे। इसमें दो हजार के नोटों की संख्या ज्यादा थी। बैंक सूत्रों की मानें तो 12 से 15 लाख के आसपास दो हजार के नोट थे। इसके बाद 500 और सौ रुपये के नोट थे। सोमवार को बैंक खुलने के बाद बैंक नोटों की संख्या का सही पता चल पाएगा।
बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम भी सुरक्षित नहीं
शहर के एटीएम में सुरक्षा के नाम पर कोरम पूरा किया जा रहा है। यहां के एटीएम में गार्ड नाम की कोई व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं, नगर के चार दर्जन एटीएम में डोर लॉक खराब मिला। गार्ड तैनात नहीं रहते।
एसबीआइ के एटीएम इंचार्ज निरंजन शर्मा ने कहा कि मिरजान एटीएम में 20,60000 लाख रुपये थे। सोमवार दोपहर तीन बजे से लिंक फेल थी। एक लाख रुपये जल गया है। एजेंसी के पास एटीएम की सुरक्षा व्यवस्था है। बैंक एजेंसी से पैसे की रिकवर करेगी।
झारखंड और उत्तरप्रदेश में इस तरह के गिरोह हैं सक्रिय
गैस कटर से एटीएम काट कर चोरी भागलपुर की दूसरी घटना है। फरवरी में भी चोरों ने एटीएम से रुपये उड़ा लिए थे। पुलिस के मुताबिक इस तरह के गिरोह झारखंड और उत्तरप्रदेश में ज्यादा सक्रिय हैं। वहां इस तरह के गिरोह चारपहिया वाहन में अपने साथ ही सारी व्यवस्थाएं लेकर चलते हैं। गाड़ी में ही गैस सिलिंडर समेत अन्य मशीन होती हैं। वाहन भी कैश वैन की तरह होता है। ताकि किसी को कोई शक नहीं हो। इसके अलावा जब एटीएम में चोरी का काम होता रहता है तो बाहर दो तीन लोग रहते हैं। ताकि किसी आपात स्थिति में निपटा जा सके। ऐसे में भागलपुर में एक ही रात में दो एटीएम को निशाना बनाए जाने के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। मोजाहिदपुर और हबीबपुर में हुई घटना में एक ही गिरोह के होने की संभावना जताई जा रही है।
रेकी करने के बाद देते हैं घटना को अंजाम
इस तरह की घटना को अंजाम देने के लिए पहले अपराधी वहां की रेकी करते हैं। इसके बाद घटना करते हैं। रेकी के दौरान अपराधियों की विशेष नजर थाने की गश्ती गाड़ी पर होती है कि वह किस समय एटीएम के पास गश्ती के लिए पहुंचते हैं। इसके अलावा इलाके में कहां कहां उनकी मूवमेंट होती है।
एटीएम में आया है संदिग्ध का चेहरा
मोजाहिदपुर में हुई एसबीआइ बैंक के एटीएम में हुई घटना में शामिल संदिग्ध का चेहरा कैमरे में आया है। पुलिस ने बताया कि एटीएम में प्रवेश करते समय अपराधियों का चेहरा कैमरे में कैद है। पुलिस बैंक प्रबंधन के संपर्क में है। ताकि सीसीटीवी का फुटेज मिलते ही उसकी जांच शुरू हो सके। वहीं पुलिस ने दोनों एटीएम से पानी की बोतलें बरामद की है। जो गैस कटर का प्रयोग करते समय काटे जाने वाले भाग को ठंडा करने के लिए प्रयोग में आता है।