सुबह में ही दोपहर जैसी धूप ने छुड़ाया पसीना
भागलपुर। सुबह में दोपहर जैसी तपिश और पसीने से तरबतर करती गर्मी से हलकान पूर्व बिहार वासियों को कम से
भागलपुर। सुबह में दोपहर जैसी तपिश और पसीने से तरबतर करती गर्मी से हलकान पूर्व बिहार वासियों को कम से कम हफ्ते भर राहत की उम्मीद नहीं है। वजह यह कि मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है। 26 जून तक मानसून के आमद की उम्मीद की जा रही। उसके बाद ही कुछ सुकून मिलने के संकेत है। 28 मई से 15 जून तक मानसून की रफ्तार तेज रही। केरल के रास्ते देश में समय से दस्तक दी, लेकिन इसके बाद उसकी रफ्तार में सुस्ती आ गई।
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार 50 साल के औसत को देखा जाए तो पूर्व बिहार में 15-20 जून तक मानसून पहुंच जाता है। कई बार लेट भी हुआ है। यह स्थिति वायुमंडल में गड़बड़ी के चलते हुई है। इस बार मानसून केरल में पहले ही आ गया था। इसलिए उम्मीद थी कि यहा भी 15 जून तक पहुंच जाएगा, मगर वह बीच रास्ते में ही धीमा पड़ गया। हालाकि उत्तरी बिहार तक मानसून पहुंच गया था।
पाच-छह दिन में पकड़ेगा जोर मौसम विभाग ने पाच-छह दिन के अंदर मानसून के फिर जोर पकड़ने की संभावना जताई है। अनुमान है कि ओडिशा व उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों में 23-24 जून तक 90 मिलीमीटर तक बारिश होने की उम्मीद है। इसके साथ मानसून का रुख पूर्व बिहार की ओर भी होगा।
26 के बाद भी पिछड़ा मानसून तो होगा खेती को नुकसान
फिलहाल मानसून लेट होने से बहुत ज्यादा नुकसान नहीं है। अगर 26 जून के बाद भी लेट होता है तो उपज प्रभावित होगी। धान की लंबी अवधि वाली प्रजाति की नर्सरी अब तक लग जानी चाहिए थी, लेकिन मानसून की देरी से प्रभावित हो रही है।
बुधवार का तापमान
अधिकतम : 40.0 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम : 26.0 डिग्री सेल्सियस
हवा में नमी : 82.0 फीसद
हवा की गति: 6.4 किलोमी. प्रतिघंटा, उत्तरी-पूर्वी
कोट
23-24 जून को अच्छी बारिश की उम्मीद है। बावजूद इसके उमस भरी गर्मी से बरकरार रहेगी।
प्रो. बीरेंद्र कुमार, नोडल पदाधिकारी, मौसम विभाग, बीएयू सबौर।