इस महीने शुरू हो सकता है जलापूर्ति का अधूरा काम
एशियन डवलपमेंट बैंक (एडीबी) के सहयोग से शहर में चल रही जलापूर्ति योजनाओं की निविदा संबंधी सभी बाधाएं दूर हो गई है।
भागलपुर। एशियन डवलपमेंट बैंक (एडीबी) के सहयोग से शहर में चल रही जलापूर्ति योजनाओं की निविदा संबंधी सभी बाधाएं दूर हो गई है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जून से काम शुरू हो जाएगा। पैन इंडिया के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए बुडको ने 225 करोड़ के चार अलग-अलग टेंडर निकाले हैं। सभी में दो-दो कंपनियों ने टेंडर भरा है। एक सप्ताह बाद वित्तीय बिड खुलेगा। इसके बाद कंपनी का चयन होगा।
गुरुवार से कंपनियों के टेंडर संबंधी कागजातों की जांच बुडको की तकनीकी समिति कर रही है। इसमें न्यूनतम दर के आधार पर कंपनी का चयन किया जाएगा। इसके बाद वर्क आर्डर जारी होगा। कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जून के अंतिम सप्ताह तक काम शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह कराना है काम
पैन इंडिया को 318 करोड़ रुपये की लागत से काम कराना था। इसमें केवल 90 करोड़ रुपये का काम हो सका। अब नए टेंडर में 285 किलोमीटर जलापूर्ति पाइप बिछाने की योजना है। 69 हजार घरों में पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। इसी योजना के तहत 19 जलमीनार में डीप बोरिग भी की जाएगी। फेज वन में 28.36 करोड़ की लागत से सबौर बाबूपुर स्थित गंगा घाट से बरारी वाटर वर्क्स तक पानी पहुंचाने की योजना है। साथ ही उपभोक्ता सेवा केंद्र (सीएससी) भवन के अधूरे काम को पूरा किया जाएगा। विद्युत पावर स्टेशन का काम भी होना है।
दूसरे चरण में 20.43 करोड़ की लागत से हाउसिंग बोर्ड परिसर, मिरजानहाट ठाकुरबाड़ी व टीएमबीयू परिसर में निर्मित जलमीनार से जलापूर्ति पाइप जोड़ने, अधूरे पाइप लाइन का कार्य, डीप बोरिग व जलापूर्ति कनेक्शन देने का काम होना है।
तीसरे चरण में 88.26 करोड़ की लागत से पांच जलमीनार का निर्माण होना है। इसमें सुरखीकल, आनंदगढ़ कॉलोनी, पथ निर्माण विभाग, लाजपत पार्क व नगर निगम गोदाम परिसर में जलमीनार का काम पूरा कराना है। चौथे चरण में 83.56 करोड़ की लागत से छह जलमीनार का निर्माण और चार पुराने जलमीनार के जीर्णोद्धार का काम होना है।