Floods in Sultanganj: बड़ुआ तटबंध टूटने से खेतों और घरों में घुसा पानी, किसानों को लाखों का नुकसान
सुल्तानगंज की खानपुर पंचायत के इंग्लिश रतनपुर गांव के पास बड़ुआ तटबंध लगभग 50 मीटर तक ध्वस्त हो गया। तटबंध टूटने के कारण आस-पास के गांव में अफरा-तफरी की स्थिति है। लोग अपने घरों का सामान सुरक्षित स्थान पर ले जाने में जुट गए हैं।
भागलपुर, जेएनएन। चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते गुरुवार की देर शाम खानपुर पंचायत के इंग्लिश रतनपुर गांव के पास बड़ुआ तटबंध लगभग 50 मीटर तक ध्वस्त हो गया। तटबंध टूटने के कारण सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई है। रतनपुर, रसीदपुर और खानपुर आदि गांवों में कई घरों में पानी घुस गया है।
तटबंध टूटने के कारण आस-पास के गांव में अफरा-तफरी की स्थिति है। लोग अपने घरों का सामान सुरक्षित स्थान पर ले जाने में जुट गए हैं। तटबंध टूटने की सूचना पर अंचलाधिकारी शंभूशरण राय ने शुक्रवार को स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने राजस्व कॢमयों को फसल व अन्य क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया। साथ ही जल संसाधन विभाग को पत्र भेज कर जल्द से जल्द तटबंध मरम्मत करने का निर्देश दिया है। उनके साथ एसडीआरएफ की टीम भी गई थी। गौरतलब है कि सिंचाई विभाग के द्वारा यहां करोड़ों की राशि से तटबंध का निर्माण कराया गया है। काम अभी भी प्रगति पर है। लोग बताते हैं कि लगातार हो रही बारिश के कारण तटबंध पानी का दबाव नहीं झेल पाया। वहीं, कुछ लोगों ने बताया कि काम में गुणवत्ता के अभाव के कारण तटबंध टूटा है। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए।
कटाव की जद में आने से दर्जनों घर कनकई में विलीन
किशनगंज: टेढ़़ागाछ में कनकई व रेतुआ नदी कहर जारी है। लगातार बारिश से नदियां उफान पर है। मटियारी पंचायत के मालीटोला गांव व मटियारी हाट में कटाव से दर्जनों घर नदी में विलीन हो चुका है। मटियारी से सिरनियां जाने वाली पक्की सड़क नदी के गर्भ में समा चुका है। जिनके घर अब कटाव की जद में हैं वे अब आवश्यक समान व बच्चों को लेकर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं।
मटियारी से सिरनियां जाने वाली पक्की सड़क के ध्वस्त होने से सिरनियां, बलुआडांगी आदि गांवों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क बाधित हो चुका है। हबैबुल आलम, ताज उद्दीन आलम, जियाबुल, तमीज उद्दीन, सरबीस बेगम, अनिशुर रहमान आदि ग्रामीणों ने बताया कि अगर जल्द प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो मालीटोला व मटियारी हाट पूरी तरह कनकई नदी के गर्भ में समा जाएगा। नदी की धारा चंदर गांव स्थित मरिया धार होकर रुख बदल चुकी है।