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बिहार की राजनीति: अररिया में BJP और महागठबंधन के बीच जुबानी युद्ध, चरम पर शिलान्यास मामला

बिहार की राजनीति - सीमांचल के अररिया में इन दिनों BJP और महागठबंधन के बीच जुबानी युद्ध छिड़ चुका है। नगर विकास विभाग बिहार सरकार की दो करोड़ की योजना का शिलान्यास बीजेपी सांसद और विधायक ने कर दिया था। इसपर सत्ता पक्ष विपक्ष आमने-सामने हैं।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Sun, 11 Sep 2022 09:45 PM (IST)Updated: Sun, 11 Sep 2022 09:45 PM (IST)
बिहार की राजनीति: अररिया में BJP और महागठबंधन के बीच जुबानी युद्ध, चरम पर शिलान्यास मामला
बिहार की राजनीति- पटना नहीं अररिया बना केंद्र।

संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया): फारबिसगंज शहर में बीते शुक्रवार को नगर विकास आवास विभाग की योजना अंतर्गत लगभग दो करोड़ की लागत से शहर के तीन स्थानों पर हुए शिलान्यास के शिलापट्ट से प्रभारी मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के नाम हटाए जाने का मामला गहराता जा रहा है। मामले में दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद जहां स्थानीय भाजपा विधायक विद्यासागर केसरी ने राजद नेताओं को जानकारी दुरुस्त करने का नसीहत दी और कहा कि पहले किसी वकील से सलाह ले। विरोधियों का काम उत्पात मचाना और फैलाना है।

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विधायक ने कहा कि उद्घाटन को लेकर विधानसभा नियमावली और सरकार का क्रियान्वयन विकास कार्य निधि को लेकर जानकारी दुरुस्त कर लें। विकास कार्यनीति का विधायक और सांसद उद्घाटन और शिलान्यास कर सकते हैं। यदि विभागीय मंत्री या मुख्यमंत्री शिलान्यास करते हैं तो प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय विधायक और सांसद का नाम ही शिलापट्ट पर उल्लेखित होगा। उन्होंने पूर्व सांसद व पूर्व विधायक का नाम शिला पट पर अंकित होना हास्यपद बताया।

  • - फारबिसगंज में नगर विकास आवास योजना के शिलापट्ट से हटाया गया था प्रभारी मंत्री का नाम।
  • - भाजपा विधायक ने प्रेस कान्फ्रेंस कर राजद नेताओं को जानकारी दुरुस्त करने की दी नसीहत।
  • - महागठबंधन के नेता ने सामूहिक प्रेस कांफ्रेंस कर योजना में बंदरबाट का लगाया आरोप।

तुरंत महागठबंधन ने की पीसी

इधर भाजपा विधायक के बयान जारी करने के बाद महागठबंधन नेताओं ने सामूहिक रूप से प्रेस वार्ता आयोजित कर विधायक के दिए गए बयान पर तंज कसते हुए सलाह देने वाले को कांके अस्पताल जाने की बात कही। राजद जिलाध्यक्ष सुरेश पासवान ने कहा कि सरकार किसी पार्टी विशेष की नहीं होती है। वह प्रोटोकाल को अच्छी तरह जानते हैं शिलापट्ट पर अगर प्रभारी मंत्री का नाम था तो नाम हटाना प्रोटोकाल नहीं है। उन्होंने नगर परिषद के कार्यपालक पर आरोप लगाया था।

नप कार्यपालक ने शिलान्यास को एक पार्टी विशेष का कार्यक्रम बनाकर शिलापट्ट से प्रभारी मंत्री का नाम हटाया और शिलान्यास कार्यक्रम में जय भाजपा जैसे नारे लगाए गए। एक ही रात में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए पीसी का खेल को लेकर शिलापट्ट बदलते हुए शिलान्यास किया किया। सलाह देने वाले पहले अपनी गरिमा में झांके। वहीं प्रेस वार्ता में मौजूद यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष करण कुमार पप्पू ने कहा कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा एक ही रात में आनन-फानन में शिलान्यास कराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। आखिर क्या जरूरत पड़ी जो नगर परिषद ने इस तरह का ओछी मानसिकता का परिचय देते हुए कार्य किया।

नप इओ के खिलाफ शिष्टमंडल डीएम और मंत्री से होगी शिकायत - जदयू जिला उपाध्यक्ष

फारबिसगंज में प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए जदयू के जिला उपाध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि नगर परिषद के कार्यपालक ने सरकारी कार्यक्रम को एक पार्टी विशेष का कार्यक्रम बनाया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वे प्रोटोकाल जानते हैं। राजद जिलाध्यक्ष ने नप इओ से सवाल किया था विधायक से नहीं किया गया था। यह योजना बिहार सरकार का है। जिसका विधायक शिलान्यास कर सकते हैं उन पर आरोप नहीं है। यह आरोप नगर परिषद के इओ दीपक झा पर है। जिन्होंने 40 प्रतिशत पीसी का बंदरबांट करने के लिए आनन-फानन में शिलान्यास करवाया है। साथ ही ईओ ने एक पार्टी को संरक्षण देने का काम किया है। कार्यक्रम में पार्टी विशेष का नारे लगाने का काम किया है। मामले में शिष्टमंडल डीएम व मंत्री से मिलकर ईओ के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की शिकायत करेगी।


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