वायरल फीवर और सर्दी-खांसी : इलाज कराएं, दो सप्ताह में हो जाएंगे ठीक, ठंड में खुद का रखें ध्यान
वायरल फीवर और सर्दी-खांसी इस बार पांच नहीं स्वस्थ होने में लग रहे 10 से 12 दिन। ठंड की दस्तक के साथ ही बढ़ रहे वायरल मरीज। 10 व्यक्ति में एक व्यक्ति वायरल फीवर से ग्रसित है। बच्चे बीमार हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। वायरल फीवर, सर्दी-खांसी के मरीजों में 55 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। अस्पताल से लेकर क्लीनिकों तक में वायरल फीवर के मरीज इलाज करवा रहे हैं। चिकित्सकों के मुताबिक साधारण सर्दी-खांसी के मरीज चार से पांच दिनों में स्वस्थ हो रहे हैं। जिन्हें एलर्जी है, एंटीबायोटिक दवा खाने के बाद भी 10 से 12 दिनों में स्वस्थ हो रहे हैं। प्रत्येक 10 व्यक्ति में एक व्यक्ति वायरल फीवर से ग्रसित है। बच्चे भी बीमार हो रहे हैं।
वरीय फिजीशियन डा. शांतनु घोष ने कहा कि एक सप्ताह पहले 20 से 30 मरीजों का इलाज अस्पताल के आउटडोर विभाग में किया जाता था। अब बढ़कर 50 से 60 हो गया है। चूंकि तापमान स्थिर नहीं रहता इसलिए भी वायरस सक्रिय रहते हैं। थोड़ी सी भी असावधानी बरतने से लोग वायरस की चपेट में आ रहे हैं। क्लीनिकों में भी इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। डा. विनय कुमार झा ने कहा कि ठंड से जिसे एलर्जी है अगर उन्हें सर्दी-खांसी होती है तो स्वस्थ होने में 10 से 12 दिन लग रहे हैं। खासकर गले में घरघराहट तीन चार दिनों तक रहती है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के बाद पहली बार वायरल से पीड़ित मरीजों को स्वस्थ होने में ज्यादा दिन लग रहे हैं।
80 फीसद बच्चे वायरल फीवर की चपेट में
शिशु रोग विशेषज्ञ डा. मनोज कुमार सिंघानिया ने कहा कि वायरल फीवर की चपेट में 80 फीसद बच्चे हैं। क्लीनिक में इलाज करवाने आए 80 फीसद बच्चे सर्दी-खांसी और बुखार से ग्रसित आ रहे हैं। चूंकि संक्रमण बीमारी है इसलिए दूसरे बच्चे के संपर्क में आने पर वह भी बीमार हो रहा है।
क्या बरतें सावधानी
हल्का गर्म पानी पीएं। सर्दी-खांसी होने पर गर्म पानी में नमक डालकर गलाला करें, नाक-कान और गला गर्म कपड़े से ढका रहे। पूरे शरीर में गर्म कपड़ा पहनें, पंखा नहीं चलाएं, ठंडा पानी या फ्रिज में रखी खाद्य सामग्री नहीं खाएं। सर्दी-खांसी से पीड़ित बच्चों को दूसरे के संपर्क में नहीं आने दें। बीपी के मरीज धूप निकलने के बाद ही टहलने जाएं। घर के बरामदे में टहलना उनके लिए ठीक रहेगा। क्योंकि ठंड बढ़ने पर बीपी बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है।
कफ सिरप और एंटीबायोटिक दवा की बिक्री बढ़ी
कफ सिरप और एंटीबायोटिक दवा की बिक्री बढ़ गई है। पहले पांच फीसद दवा की बिक्री हो रही थी, अब 20 फीसद हो रही है। जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम कोठरीवाल ने कहा कि सीरप सहित एंटीबायोटिक दवा की बिक्री 10 से 20 फीसद बढ़ी है।