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कहा गया था मिलेगा गंगाजल! 141 गांवों में नहीं पहुंची जल की एक बूंद, CM नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट स्लो

गंगा के पानी का शोधन कर पांच सौ किमी. पाइप लाइन बिछाकर बाखरपुर तक पानी सप्लाई करने की योजना बनी थी लेकिन इस योजना का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। गंगाजल का सपना देख रहे लोग अब एक बूंद पानी का इंतजार कर रहे हैं।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 01:16 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 01:16 PM (IST)
कहा गया था मिलेगा गंगाजल! 141 गांवों में नहीं पहुंची जल की एक बूंद, CM नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट स्लो
कब मिलेगा गंगाजल, लोगों को एक बूंद का इंतजार।

जाटी, कहलगांव/पीरपैैंती। कहलगांव और पीरपैंती में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल का जल योजना मजाक बनकर रह गई है। गंगा के तटवर्ती 141 गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है, जबकि घर-घर नल लग गए हैं। गंगा के पानी का शोधन कर पांच सौ किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर बाखरपुर तक पानी सप्लाई किया जाना है। कहा गया था कि गंगाजल से प्यास बुझाई जाएगी लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं है। कहलगांव के अनादिपुर गंगलदई के पास मुख्य प्लांट बनकर तैयार है। गंगा से पानी लाकर प्लांट में जल शोधन कर समीप बनी जलमीनार से सभी जलमीनारों में पानी पहुंचाने की योजना बनी थी।

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गांव स्थित जलमीनार से पानी आपूर्ति की जानी है। 18 जगहों पर जलमीनार बनाई गई है। बीच-बीच में ट्रायल के तहत पानी चलाया जाता है, लेकिन नियमित जलापूर्ति नहीं की जा रही है। नल की ओर ग्रामीण टकटकी लगाए हुए हैं कि कब पानी आएगा। मामला न्यायालय में रहने के कारण भवानीपुर में जलमीनार निर्माण में विलंब हुआ है।

पीरपैंती प्रखंड में कुल 9 स्थानों खवासपुर ,मोहनपुर, गोविंदपुर, बाखरपुर, ओलापुर, शेरमारी, सलेमपुर, इशीपुर योगीवीर पहाड़ी एवं बसंतपुर में जलमीनार बनकर तैयार हैं। खवासपुर की मुखिया हेमा देवी ने बताया कि जल मीनार तो बनकर तैयार है पर पानी अभी हर घर में नहीं पहुंच रहा है। गोविंदपुर पंचायत के मुखिया चंद्रशेखर मंडल ने बताया कि वार्ड एक में जल मीनार से सही ढंग से पानी अभी तक मिलना शुरू नहीं हुआ है।

ऐसे ही बाखरपुर पूर्वी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि गांधी तिवारी ने बताया कि अभी तक जल मीनार से घरों में पानी नहीं मिल रहा है। महेशराम पंचायत के पंसस पंकज साह ने बताया कि शेरमारी अस्पताल में बने जलमीनार से अभी तक किसी वार्ड में पानी नहीं मिल रहा है। सलेमपुर पंचायत के पंसस पंकज कुमार दास ने बताया कि अभी तक घरों में पानी मिलना शुरू नहीं हुआ है। इधर, जेएमसी के अधिकारी अपनी नाकामी छिपाने के लिए अलग-अलग बहाने बनाते रहे। कभी कहते सरकार के पास करीब 20 करोड़ से ज्यादा बकाया है। भुगतान नहीं हो रहा है। इसलिए नियमित पानी आपूर्ति नहीं की जा रही है।

बिजली बिल, पानी साफ करने का केमिकल, स्टाफ की सैलरी देनी है कहां से यह होगा। भुगतान मिलने पर नियमित पेयजलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। फिर भी योजना के तहत 182 वार्डों में काम पूरा हो चुका है ट्रायल के तहत यहां पानी पहुंच रहा है। 18 वार्डों में भी लगभग कार्य पूरा हो चुका है। अन्य वार्डों में कार्य तीव्र गति से चल रहा है। वास्तव में जहां ट्रायल हुआ वहां भी पानी घरों तक नहीं पहुंचा। जलमीनार तक पानी पहुंचने के पहले ही कई स्थानों पर पाइप में लीकेज हो गया। उसके बाद भी एजेंसी ने गुमराह किया सभी घरों तक पानी पहुंचाया जा रहा है। कहीं पर कोई परेशानी नहीं है। लगभग 47,302 घरों में हर घर नल का जल योजना के तहत कनेक्शन हो गया है लेकिन किसी घर में पानी नहीं पहुंचा।

28 अगस्त 2020 को हुआ था उद्घाटन

मुख्यमंत्री ने पटना से ही विधानसभा चुनाव के पहले 28 अगस्त 2020 को रिमोट से परियोजना का उद्घाटन किया था। पानी की आपूर्ति हो रही है या नहीं यह विभाग को चिंता नहीं है। बीती गर्मी में गांवों में पानी की किल्लत लोगों ने झेली है। कई दफा ग्रामीणों ने इसके लिए आवाज भी उठाई पर मामला दब गया।


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