TMBU : आखिर क्यों दिया कुलपति प्रो. डॉ. विभाष चंद्र झा ने इस्तीफा... कहीं कोई राजनीति दबाव तो नहीं Bhagalpur News
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विभाष चंद्र झा ने कहा कि मैंने क्यों त्यागपत्र दिया है इसकी जानकारी राजभवन को दे दी गई है। उन्होंने आगे कुछ नहीं कहा।
भागलपुर [जेएनएन]। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति के इस्तीफे को लेकर 20 दिनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। अब जबकि बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलपति डॉ. अवध किशोर राय (डॉ. एके राय) को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। प्रो. राय मंगलवार को योगदान देंगे। अब इस असमंजस पर विराम लग गया। डॉ. विभाष चंद्र झा ने छह सितंबर को ही अपना इस्तीफा राजभवन को सौंप दिया था।
कुलपति डॉ. विभाष चंद्र झा ने दैनिक जागरण से सिर्फ इतना ही कहा है कि वे राजभवन को अपनी बात कह चुके हैं। जो भी बोलना था, राजभवन को बोल चुके हैं। कुलपति ने कहा कि उनके ऊपर सिर्फ राजभवन है, इसलिए जो भी कहना था, वहां कह चुके हैं। उनसे जब यह पूछा गया कि ऐसे में क्या समझा जाए कि आप पद छोड़ चुके हैं और शांति निकेतन में योगदान दे चुके हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वे छह सितंबर को ही अपना त्यागपत्र राजभवन को सौंप चुके हैं। कुलपति से हुए संवाद के बाद लगभग तय हो चुका है कि डॉ. विभाष चंद्र झा वापस नहीं आएंगे। उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। इधर दावा किया जा रहा है कि डॉ. झा ने शांति निकेतन में योगदान दिया है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो रही है।
इधर, शनिवार से लगातार विवि के अलावा आम लोगों में भी कुलपति के इस्तीफे की चर्चा होती रही। विवि के कई शिक्षक और पूर्व शिक्षक आपस में चर्चा कर रहे थे। कोई राजनीतिक कारण और तो विवि में काम करने की आजादी नहीं मिल पाने के कारण बता रहे हैं। कोई कह रहे हैं कि विवि को कई का शिकंजा कसा हुआ है, जिसके बाद यहां काम करना इतना आसान नहीं है। कोई बिहार के पूर्व राज्यपाल लाल जी टंडन के स्थानांतरण के अंतिम दिन उनकी नियुक्ति होना, इसकी वजह बता रहे हैं। यहां बता दें कि तिमांविवि में प्रो डॉ विभाष चंद्र झा को उस दिन कुलपति बनाया गया, जिस दिन कुलाधिपति सह राज्यपाल लाल जी टंडन का बिहार में आखिरी दिन थे। लाल जी टंडन को 21 अगस्त 2018 को बिहार के राज्यपाल बनाया गया। दिनांक 20 जुलाई 2019 को उन्हें मध्यप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया जबकि बिहार का राज्यपाल फागू चौहान को बनाया गया। हालांकि कुछ लोग डॉ. विभाष चंद्र झा के त्यागपत्र को उनकी व्यक्तिगत परेशानी बता रहा है।