नौनिहालों पर संकट : फिटनेस न परमिट, क्षमता से अधिक ढो रहे बच्चे Bhagalpur News
स्कूली वैन के खिलाफ अभियान तक नहीं चलाया जा रहा है। परिवहन विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि फिटनेस और परमिट के बिना चल रहीं वैन में बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
भागलपुर [नवनीत मिश्र]। शहर में नियमों की अनदेखी कर स्कूल वैनों का संचालन हो रहा है। इन स्कूली वैन की न तो फिटनेस है और न ही परमिट। वैन में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जाता है। फायर सेफ्टी और फस्र्ट एड बॉक्स भी नहीं रखे जाते हैं।
12 से ज्यादा बैठते हैं बच्चे : स्कूल वैनों में 12 बच्चों के बैठाने की अनुमति है, लेकिन चालक बीस बच्चों को बैठाते हैं। सीट के अलावा वैन में अलग से एक बेंच रखकर बच्चों को बैठाया जाता है।
टेंपो पर भी बैठाए जाते हैं बच्चे : शहर में स्कूली बच्चों को वैन के बजाय टेंपो पर भी बच्चों को लाया और पहुंचाया जा रहा है। टेंपो भी बच्चों को क्षमता से अधिक बैठाया जाता है।
एक साल पहले फिटनेस खत्म
ज्यादातर स्कूल वैनों का परमिट और फिटनेस साल भर पहले ही खत्म हो गया है। इसके बाद भी सड़क पर चल रही हैं। वैन के अंदर फस्र्ट एड बॉक्स को भी रखने का भी प्रावधान है, ताकि दुर्घटना होने पर तत्काल इलाज किया जा सके। लेकिन, ज्यादातर वैन में फस्ट एड बॉक्स भी नहीं रखे गए हैं।
लंबे समय से नहीं चला अभियान
स्कूली वैन के खिलाफ अभियान तक नहीं चलाया जा रहा है। परिवहन विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि फिटनेस और परमिट के बिना चल रहीं वैन में बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके बाद भी ऐसे वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए अभियान नहीं चलाया जा रहा है।
बिना फिटनेस और परमिट के चल रहे वाहनों पर कार्रवाई होगी। इसके लिए सोमवार से विशेष अभियान चलाया जाएगा। -अनिल कुमार, एमवीआइ, भागलपुर