TMBU : यूजीसी ने रद की पांच कॉलेजों की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट, मानक पर खरा नहीं उतरने के कारण उठाया कदम
मानक पर खरा नहीं उतरने के कारण यूजीसी ने तिमांविवि के कुछ महाविद्यालयों के विरूद्ध कदम उठाए हैं। अब यह कॉलेज छह माह बाद ही दोबारा एसएसआर भेज सकेंगे। इस रिपोर्ट का विभिन्न स्तरों पर ऑनलाइन सत्यापन कराया जाता है।
भागलपुर, जेएनएन। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के पांच अंगीभूत कॉलेजों की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) रद कर दी है। इनमें जेपी कॉलेज नारायणपुर, मदन अहिल्या कॉलेज नवगछिया, एसएसबी कॉलेज कहलगांव, बीएन कॉलेज भागलपुर और पीबीएस कॉलेज बांका शामिल हैं।
टीएमबीयू की इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आइक्यूएसी) के समन्वयक डॉ. इकबाल अहमद के मुताबिक राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन कराने के लिए कॉलेज यूजीसी को एसएसआर रिपोर्ट भेजते हैं। इस रिपोर्ट का विभिन्न स्तरों पर ऑनलाइन सत्यापन कराया जाता है। सत्यापन करने वाले अधिकारी कॉलेज, लैब और अन्य संसाधनों की तस्वीर मांगने के साथ ही छात्रों से बातचीत भी करते हैं। इस प्रक्रिया के बाद विभिन्न मानकों पर कॉलेज का मूल्यांकन किया जाता है। 30 फीसद तक मानक पूरा करने वाले कॉलेजों का भौतिक मूल्यांकन करने के लिए पीयर टीम आती है।
वहीं, एसएसआर रद करने के बाद यूजीसी संबंधित कॉलेजों को रिपोर्ट भेजता है। इसमें बताया जाता है कि कॉलेज किन मानकों पर पिछड़े हैं। एसएसआर में कॉलेज के संसाधनों से लेकर वहां के शिक्षकों, छात्रों और शैक्षणिक गतिविधियों आदि की जानकारी रहती है। इसे तैयार करने के लिए कॉलेजों में भी आइक्यूएसी होती है।
जिन कॉलेजों की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट रद की गई है, वे फिर से इसे जमा करने की तैयारी करें। उन्हें रिपोर्ट तैयार करने में यदि कहीं दिक्कत आती है तो मुझसे संपर्क कर सकते हैं। - डॉ. इकबाल अहमद, समन्वयक, आक्यूएसी सेल, टीएमबीयू।