Double murder case में नया खुलासा, पुलिस जांच में मिली शराब और कोरेक्स की बाेतलें
सुल्तानगंज बगीचे में रोज शाम को इस बगीचे में आपराधिक किस्म के लोगों का जमावड़ा लगता था। वे यहां पर शराब पार्टी करते थे। अक्सर यहां गोली चलने की भी आबाज आती है।
भागलपुर [जेएनएन]। सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के दिलगौरी मिर्जापुर गांव के एक बगीचे में सोमवार रात अपराधियों ने दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतकों में उमाकांत ठाकुर का सबसे छोटा पुत्र नवतेज ठाकुर (26) और विनोद गोढ़ी के 22 वर्षीय पुत्र धीरज गोढ़ी शामिल हैं। नवतेज को कनपट्टी में गोली मारी गई जबकि विनोद को सीने में गोली मारी गई है। घटनास्थल से पुलिस को कोरेक्स और अंग्रेजी शराब की बोतलें मिली हैं। वहीं घटनास्थल के करीब आवासीय परिसर से चिकन बनाने की सामग्री आदि मिली है। सूचना मिलने पर एसएसपी आशीष भारती और डीएसपी निसार अहमद शाह पहुंचे और सुल्तानगंज थाने में मृतकों के परिजन से ली जानकारी। इसके बाद उन्होंने मौके का भी मुआयना किया।
पुलिस को वारदात की सूचना 9.40 बजे मिली। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां दोनों युवकों के शव पड़े थे। सर्किल इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया जमीन विवाद में हत्या का मामला प्रतीत होता है। समझा जा रहा है कि वारदात से पूर्व अपराधियों ने नवतेज और विनोद के साथ शराब पी। इसके बाद दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जेल से छूटने के बाद जमीन का कारोबार करता था नवतेज
डबल मर्डर की सूचना मिलते ही नवतेज और धीरज के परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए। घटनास्थल पर पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। नवतेज ठाकुर के भाई ने बताया कि वह शाम को करीब 4.00 बजे अपने घर से निकला था। पूर्व में वह आम्र्स एक्ट में जेल जा चुका है। जेल से आने के बाद ही वह जमीन के कारोबार में उतरा था। नवतेज पांच भाइयों में सबसे छोटा था। नवतेज के अन्य चार भाई नौकरी करते हैं।
वहीं दूसरे मृतक धीरज गोढ़ी के चार भाई और चार बहन हैं धीरज की शादी हो चुकी है धीरज की एक छोटी बेटी भी है। धीरज के पिता की मौत पिछले साल गंगा में डूबने से हो गई थी। धीरज अपने परिजनों के साथ मछली का कारोबार करता था।
घटना से पूर्व हुई थी पार्टी
घटनास्थल के समीप मौजूद लोगों ने बताया कि रोज शाम को इस बगीचे में आपराधिक किस्म के लोगों का जमावड़ा लगता था। वे यहां पर शराब पार्टी करते थे। बगीचे के बगल में एक आवासीय परिसर है जहां पर एक एलसीडी टीवी और खाना बनाने के लिए गैस चूल्हा आदि रखा हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही शाहकुंड थाना, बाथ थाना, अकबरनगर और सुल्तानगंज थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
किसी से नहीं थी दुश्मनी
मृतकों के परिजन का कहना है कि दोनों युवकों की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। लेकिन अशोक मंडल जिसका वह बगीचा है वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। अशोक मंडल के साथ कारोबार की बात शुरू होने पर हम लोगों ने धीरज और नवतेज को रोकने की कोशिश की थी लेकिन यह लोग नहीं माने। परिजनों का कहना है कि किसी नजदीकी ने ही शराब पिलाकर दोनों को गोली मारी है। सुल्तानगंज थाने में घटना के बाद मृतक के परिजनों ने जो आवेदन दिया है। हालांकि किसी को नामजद नहीं किया गया है।
थानाध्यक्ष ने कहा कि सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के आम के बगीचे में दो दोस्त जो वहां पर पार्टी कर रहे थे उसी क्रम में उनकी हत्या कर दी गई। मामले की गंभीरता से स्वयं जांच कर रहा हूं। पीडि़त पक्ष से बयान लिया जा रहा है। जमीन विवाद में हत्या की बात सामने आ रही है। अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दोहरे हत्याकांड में नौ नामजद, एक गिरफ्तार
सुल्तानगंज के मिर्जापुर में सोमवार देर रात दो युवकों की गोली मारकर हत्या मामले में मृतक धीरज कुमार के भाई सूरज महलदार ने थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया है। जिसमें कुल नौ लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। नामजद आरोपितों में से एक आरोपित परवेज मियां को पुलिस ने सोमवार के रात ही उसके घर मिर्जापुर से गिरफ्तार कर लिया।
सूरज महलदार ने दिए गए आवेदन में कहा है कि मेरे पिता विनोद महलदार जब जीवित थे तो अशोक मंडल गली नंबर 03 कंसार गली को अनेक किस्तों में कुल 04 लाख रुपए दिए थे। बाद में पता चला कि जमीन ठीक नहीं है तो जमीन लेने से इन्कार कर दिया तथा अशोक मडंल को पैसा वापस करने का मांग करने लगे। साथ ही यह भी गंभीर आरोप लगाया कि अशोक मंडल आपराधिक छवि का है और अपराधियों से साठगांठ भी है। सोमवार को दिन में गंगा घाट मछली मारने गया लेकिन मछली नही मिला और मिर्जापुर गांव के बगीचे की ओर से अपने घर आ रहा था उसी वक्त सभी 09 आरोपित उसके साथ थे। जब उनलोगों की नजर हम पर पड़ी तो हड़बड़ा कर चुप हो गए। फिर शाम के 04 बजे मिर्जा गांव का रहने वाला छंगुरिया मियां मेरे घर आया और मोटरसाइकिल पर बैठा कर अपने साथ बुलाकर अनेकों बाहाना बना कर अपने साथ ले गया। सुल्तानगंज थाना में दिए आवेदन में सूरज ने 9 लोगों को नामजद किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि अशोक मंडल ही जमीन के पैसे को लेकर सुनियोजित तरीके से अपने साथी ईटा यादव, विक्रम यादव, आकाश यादव, देवानंद उर्फ विधायक, नीतीश चौधरी कुंदन मोदी, परवेज मियां, लंगुरिया के सहयोग से मेरे भाई धीरज गोढ़ी एवं उसका दोस्त नवतेज कुमार ठाकुर को घटनास्थल पर ले गया और गोली मारकर हत्या कर दी।
डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन
दोहरे हत्याकांड के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर निसार अहमद शाह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। जिसमें सुल्तानगंज अंचल इंस्पेक्टर अनिल कुमार, शाहकुंड थाना अध्यक्ष आशुतोष कुमार, अकबरनगर थाना अध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा, बाथ थाना अध्यक्ष अमित कुमार के साथ-साथ सुल्तानगंज थाना से अरविंद कुमार साहनी और अरुण सिंह शामिल हैं। एसएसपी आशिष भारती ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गठित एसआईटी ने सोमवार देर रात सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में ताबड़तोड़ छापेमारी की और अपराधी परवेज मियां को उसके घर मिर्जापुर से धर दबोचा। वहीं हत्याकांड के नामजद आरोपित जमीन कारोबारी अशोक मंडल के घर जब छापेमारी के लिए पुलिस पहुंची तो वह फरार था।
स्वान दस्ता ने घटनास्थल का किया मुआयना, कारतूस बरामद
एसएसपी आशिष भारती द्वारा सुल्तानगंज में हुए दोहरे हत्याकांड के त्वरित उद्भेदन के लिए मंगलवार दोपहर स्वान दस्ता सुल्तानगंज पहुंचा और घटनास्थल का मुआयना किया। स्वान ने घटनास्थल पर मृतक का गुटका सुंघा और बगीचा के टूटी चारदीवारी की और भागा स्वान ने घटनास्थल से अपराधियों द्वारा इस्तेमाल में किया गया 3.15 एमएम का कारतूस बरामद किया। स्वान टीम में एएसआई भूषण पासवान और बाल किशोर राय थे, जिन्होंने बताया कि मिट्टी में दबा कारतूस स्वान द्वारा बरामद किया। अपराधी काफी शातिर थे। उनके द्वारा कोई मुक्कमल साक्ष्य घटनास्थल पर नहीं छोड़ा गया। स्वान के मुआयना से पता चलता है कि अपराधी घटना को अंजाम देकर टूटी चारदीवारी से ही भागे थे।