स्कूल प्रबंध समिति में माता-पिता को शामिल करें : आयुक्त
प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार ने स्कूल प्रबंध समिति में माता-पिता की भागीदारी सुनिश्चित करने और उनका सुझाव लेने को कहा।
भागलपुर। प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार ने स्कूल प्रबंध समिति में माता-पिता की भागीदारी सुनिश्चित करने और उनका सुझाव लेने को कहा। आयुक्त ने बच्चों के नियमित मूल्यांकन, विश्लेषण और स्कूलों से बच्चों के छीजन दर को कम करने पर बल दिया। अनामांकित बच्चों को अभियान चलाकर नामांकन कराने का सुझाव दिया गया है।
आयुक्त मंगलवार को यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से प्रमंडल स्तर पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। कार्यशाला में डीएम आदेश तितरमारे, डीडीसी आनंद शर्मा, बांका की डीडीसी अभिलाषा कुमारी और आरडीडी स्वास्थ्य सेवाएं, आइसीडीएस, डीईओ सहित यूनिसेफ के कई अधिकारी मौजूद थे।
संचार विशेषज्ञ निपुण गुप्ता ने बताया कि कुल आबादी का 46 फीसद बच्चों की आबादी है एवं भागलपुर में करीब 23 लाख बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और भागीदारी के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करने कीे आवश्यकता है। डॉ. सैयद अली ने बताया कि जिले में कुल 336 प्रसव केंद्र उपलब्ध हैं, किन्तु वर्तमान में 67 केंद्रों पर ही प्रसव कराए जाते हैं। बाल संरक्षण के संबंध में बाल विवाह और बाल श्रमिकों को रोकने एवं बच्चों के प्रति हो रहे अपराध पर विशेष चर्चा की गई।
जल एवं स्वच्छता विषय पर विद्यालयों, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता पर विशेष बल दिया गया। कार्यशाला में डॉ. राकेश कुमार, गोल्डन विजन स्कूल के इशांत सिन्हा, गोराडीह की सीडीपीओ चंचला कुमारी ने विचार रखे। डॉ. सिद्धार्थ शंकर रेड्डी ने भी विचार रखे।