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TMBU: पार्ट वन के नए सत्र के नामांकन में हो सकती है देरी, अटकेगा पार्ट-2 का परीक्षाफल

TMBUइस विवि पर कोरोना काल का काफी असर हुआ है। पढ़ाई बाधित है। नामांकन में देरी हो सकती है। परीक्षाफल के प्रकाशन में असुविधा हो रही है। छात्रों को काफी परेशानी हो रही है। कोरोना का संक्रमण काफी बढ़ा हुआ है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 08:46 AM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 08:46 AM (IST)
तिमांविवि में कोरोना काल में पढ़ाई बाधित है।

जागरण संवादाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में पार्ट वन के नए सत्र के नामांकन में देरी हो सकती है। अब तक इसके लिए किसी तरह का दिशा-निर्देश विश्वविद्यालय से नहीं दिया गया है। जबकि इंटरमीडिएट का रिजल्ट निकले काफी समय हो गया है, बावजूद इसकी प्रक्रिया उन्हें शुरू की जा रही है।

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विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक जिस एजेंसी से छात्रों के नामांकन, पंजीयन और परीक्षाफल प्रकाशन का कार्य लिया जा रहा है। उसे अब तक भुगतान नहीं किया गया है। पिछले दो वर्षों से एजेंसी विश्वविद्यालय को अपनी सेवा दे रही है। ऐसे में एजेंसी को लेकर भी संशय की स्थिति है कि वह पार्ट वन के नामांकन का कार्य करेगी या नहीं। एजेंसी से जुड़े लोगों ने भी वेतन के अभाव में कार्य करने को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय के लिए मुश्किल हो सकती है।

सूत्रों के मुताबिक एजेंसी को भुगतान करने वाली फाइल एफए और एफओ के यहां पड़ी हुई है। वहां से फाइल निकलने के बाद ही भुगतान के आगे की प्रक्रिया पूरी हो पाएगी। हालांकि टीएमबीयू के डीएसडब्ल्यू डॉ. राम प्रवेश सिंह ने कहा है कि एजेंसी को भुगतान करने को लेकर विश्वविद्यालय प्रयासरत है। इसके लिए पूरे मामले से कुलपति को अवगत करा दिया गया है।

टीएमबीयू में अटकेगा 30000 विद्यार्थियों के पार्ट-2 का परीक्षाफल

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में कोरोना के कारण करीब 30 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों का पार्ट-2 का परीक्षा फल अटक जाएगा। विश्वविद्यालय ने पार्ट-2 की परीक्षा ले ली है, किंतु अब विद्यार्थियों को परीक्षा फल के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। 24 अप्रैल से होने वाले पार्ट टू का मूल्यांकन कार्य कोरोना संक्रमण के बढ़ने के कारण स्थगित कर दिया गया है। यह मूल्यांकन कार्य एसएम कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज में होना तय था। किंतु बढ़ते प्रभाव को लेकर कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने कहा है कि अगले आदेश तक मूल्यांकन कार्य स्थगित रहेगा। स्थिति में सुधार आने के बाद ही मूल्यांकन कार्य शुरू कराया जाएगा।आरटीपीसीआर जांच करा कर आना था मूल्यांकन कोहालांकि पूर्व में विश्वविद्यालय ने जो आदेश निर्गत किया था। उसमें जिक्र किया गया था कि मूल्यांकन कार्य 24 अप्रैल से शुरू होगा। मूल्यांकन के लिए आने वाले शिक्षकों को आरटीपीसीआर जांच कराकर उसकी रिपोर्ट मूल्यांकन केंद्र प्रभारी को सौंपनी थी। अब इस आदेश को स्थगित कर दिया गया है। कुलसचिव ने बताया कि जब आदेश जारी हुआ था। उस समय कोरोना का इस तेजी के साथ प्रभाव नहीं था। उसके बाद ही सरकार का गाइडलाइन आया है। नए गाइडलाइन के हिसाब से ही मूल्यांकन कार्य को स्थगित किया गया है।शिक्षकों में है भय का माहौलटीएमबीयू में लगातार शिक्षकों में तेजी से संक्रमण फैला था। इस वजह से मूल्यांकन कार्य में जो भी शिक्षक लगे हैं, उनमें संक्रमण का भय है। वे लोग मूल्यांकन कार्य नहीं करने को लेकर विश्वविद्यालय अधिकारियों के सामने भी अपनी बातें रख चुके हैं। कुछ लोगों ने अपनी तबियत खराब बता मूल्यांकन केंद्र प्रभारी को भी इसकी सूचना दी है। मूल्यांकन स्थगित होने के बाद उन लोगों ने भी राहत की सांस ली है। मूल्यांकन कार्य शुरू होने के कारण इसका परीक्षाफल पर काफी प्रभाव पड़ेगा। समय से इसका प्रकाशन नहीं हो पाएगा।


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