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TMBU : सवालों के घेरे में टीएनबी प्राचार्य का परफार्मेंस रिपोर्ट

टीएनबी के प्राचार्य की भेजी गई परफार्मेंस रिपोर्ट सवालों के घेरे में आ गई है। जो रिपोर्ट राजभवन भेजी गई है वह प्राचार्य के समर्थन में है। दो लाइन की रिपोर्ट में उन्हें क्लीनचिट।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 07:14 AM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 07:14 AM (IST)
TMBU : सवालों के घेरे में टीएनबी प्राचार्य का परफार्मेंस रिपोर्ट
TMBU : सवालों के घेरे में टीएनबी प्राचार्य का परफार्मेंस रिपोर्ट

भागलपुर, जेएनएन। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) द्वारा टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी की राजभवन भेजी गई परफार्मेंस रिपोर्ट सवालों के घेरे में आ गई है। विश्वविद्यालय सूत्रों की मानें तो जो रिपोर्ट राजभवन भेजी गई है, वह प्राचार्य के समर्थन में है। दो लाइन की रिपोर्ट में उन्हें क्लीनचिट देने की चर्चा है। जबकि कुलसचिव कर्नल अरुण कुमार सिंह ने 23 अगस्त को कुलपति को पत्र लिख अंतिम वेतन प्रपत्र (एलपीसी) विवाद और वित्तीय अनियमितता मामले में प्राचार्य के दोषी पाए जाने की बात बताई थी। हालांकि इस बाबत प्रभारी कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें कुलसचिव का पत्र नहीं मिला है। राजभवन को भेजी गई रिपोर्ट गोपनीय है।

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ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि राजभवन को प्राचार्य की जो रिपोर्ट भेजी गई है, क्या इसमें वित्तीय अनियमितता मामले में दोषी पाए जाने और एलपीसी विवाद का जिक्र नहीं है। यह भी कि 23 अगस्त को जो पत्र कुलसचिव ने कुलपति को लिखा था, वह अब तक उन्हें क्यों नहीं मिला है।  

पांच विश्वविद्यालयों के लिए किए गए हैं शार्ट लिस्ट

राजभवन ने टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य को तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर, बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा, जेपी विश्वविद्यालय छपरा, ललित नरायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा और पटना विश्वविद्यालय सहित कुल पांच विश्वविद्यालयों के लिए कुलपति और प्रति कुलपति पद के लिए शार्ट लिस्ट किया है। शार्ट लिस्ट करने से पहले राजभवन विश्वविद्यालय से परफार्मेंस रिपोर्ट मांगता है। इसमें पूछा जाता है कि आवेदनकर्ता पर विश्वविद्यालय में रहते किसी तरह का गंभीर आरोप तो नहीं लगा है। साथ ही किसी मामले में वे दोषी तो नहीं पाए गए हैं। इसके अलावा भी कई जानकारी मांगी जाती है।

विश्वविद्यालय की रिपोर्ट अंतिम

इस मामले में विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने राजभवन के एक अधिकारी को भी टीएमबीयू में चल रहे विवाद से अवगत कराया है। इस पर अधिकारी ने कहा कि कुलपति जो परफार्मेंस रिपोर्ट देते हैं, उसे ही आधार मानकर कुलपति-प्रति कुलपति के लिए संबंधित शिक्षकों, प्राचार्य या हेड को शार्ट लिस्ट किया जाता है। उनकी रिपोर्ट को ही आधार माना जाता है।

राजभवन ने कार्रवाई करने का दिया था निर्देश

22 जून को राजभवन के अपर सचिव ने टीएनबी कॉलेज के पूर्व एसओ अमरेंद्र झा की शिकायत पर टीएमबीयू को निर्देश जारी किया था। टीएमबीयू प्रशासन को टीएनबी कॉलेज प्राचार्य पर वित्तीय अनियमितता मामले में कार्रवाई करते हुए इस बात से अमरेंद्र झा को भी अवगत कराने को कहा था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौंप दी है।


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