टिश्यू कल्चर केला : औषधीय गुणों से भरपूर, 13 माह में होता है उत्पादन, खासियत अनेक, आप भी करें खेती
Tissue Culture Banana 1402 हेक्टेयर में हो रही केले की खेती। 720 हेक्टेयर में सबसे अधिक खेती होती है बिहपुर में। 100 हेक्टेयर में और होगी टिश्यू कल्चर केले की खेती। 62500 प्रति हेक्टेयर मिलेगा किसानों को मिलेगा अनुदान।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले टिश्यू कल्चर केले की खेती का दायरा बढ़ेगा। उद्यान विभाग 100 हेक्टेयर में टिश्यू कल्चर केले की खेती करने के लिए किसानों को मदद करने जा रही है। किसानों को केले की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर 63500 रुपये का अनुदान मिलेगा। यह अनुदान पहले साल 75 प्रतिशत और दूसरे साल 25 प्रतिशत मिलेगा। इसके लिए किसानों को आनलाइन आवेदन करना पड़ेगा। आवेदन की जांच के बाद किसानों को पौधा उपलब्ध कराया जाएगा। अभी जिले में 1402 हेक्टेयर में केले की खेती हो रही है। सबसे अधिक केले की खेती बिहपुर प्रखंड में हो रही है।
टिश्यू कल्चर केले से किसानों को फायदा
देश में केले की पांच सौ अधिक प्रजातियां हैं। इसमें टिश्यू कल्चर केला किसानों के लिए सबसे अधिक फायदेमंद है। यह 13 से 15 माह में तैयार हो जाता है, जबकि अन्य प्रभेद 16 से 17 महीने में तैयार होता है। 24 से 25 माह के अंदर दो फसल तैयार हो जाता है। टिश्यू कल्चर केले की खासियत है कि इससे तैयार पौधों से 30 से 35 किलो प्रति पौधा केला मिलता है। ये पौधे स्वस्थ और रोग रहित होते हैं। सभी पौधों में पुष्पन, फलन व कटाई एक साथ होती है।
काफी फायदेमंद है केले की खेती
औषधीय गुणों से भरपूर केले की खेती किसानों के बड़े फायदे का सौदा है। प्रति एकड़ साढ़े चार लाख रुपये तक किसान कमा सकते हैं। यह फल विटामिंस और मिनरल्स का खजाना है। लोग इसे हर मौसम में खाना पसंद करते हैं। इसमें शर्करा, खनिज लवण, कैल्सियम तथा फास्फोरस की मात्रा प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। पका केला विटामिन ए, बी एवं सी का अच्छा स्रोत है। यह सस्ता, परिपूर्ण व सबसे ज्यादा पोषक तत्वों से भरपूर फल है। इसके नियमित सेवन से दिल की बीमारियां का खतरा कम होता है। इसके अलावा यह गठिया, उच्च रक्तचाप, अल्सर और किडनी के विकारों से संबंधित रोगों से बचाव में भी सहायक है। यह आंख की रोशनी को बढ़ाता है और कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से बचाव के लिए रोग निरोधक क्षमता को भी बढ़ाने का काम करता है।
केले से तैयार मूल्य संवर्धक
किसान केला से तरह-तरह का मूल्य संवर्धक उत्पाद तैयार कर अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। केले की खेती यानि आम के आम गुठली के भी मिल जाते हैं दाम। केले से तैयार मूल्य संवर्धक उत्पाद जैसे चिप्स, फिग, शीतल पेय, आटा, जैम पेस्ट, चाकलेट, सिरका आदि का बाजार में खूब मांग है। इसके तना से पेपर बोर्ड, टिश्यू पेपर एवं धागे आदि बनाए जाते हैं। इसका पत्ता थाली बनाने और सजावट के भी काम आता है।
प्रखंड रकवा
बिहपुर 720
नारायणपुर 28
नवगछिया 178
खरीक 425
गोपालपुर 15
रंगरा चौक 22
इस्माइलपुर 06
कहलगांव 05
पीरपैंती 03
जिले में टिश्यू कल्चर केले की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। सौ हेक्टेयर में केले की खेती के लिए किसानों को मदद दी जाएगी। किसानों केले की खेती के लिए अनुदान मिलेगा। - विकास कुमार, सहायक निदेशक, उद्यान