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TMBU : स्पेलिंग का पता नहीं, ग्रेजुएट कहलाने की होड़, इंग्लिश भी नहीं लिख पाए सही

टीएमबीयू में ऑनलाइन स्नातक नामांकन फार्म भरने में छात्र-छात्राओं ने काफी गलि‍तयां की हैं। छात्रों ने विषय के नाम को भी गलत लिखा है। यहां तक कि अंग्रेजी और हिंदी लिखने में भी गलती की है। विवि ने गलतियां की सूचीबद्ध किया है। छात्रों को इससे अवगत कराया जाएगा।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 09:00 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 09:00 AM (IST)
तिमांविवि में स्‍नातक का ऑनलाइन फार्म भरने में छात्रों ने की काफी गलतियां की है।

भागलपुर, जेएनएन। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में ऑनलाइन स्नातक नामांकन फार्म में मिलीं गड़बडिय़ां चौंकाने वाली हैं। छात्र-छात्राओं ने स्नातक में नामांकन के लिए आवेदन करते समय जो जानकारियां भरी हैं, उसमें अपना विषय तक सही नहीं लिख सके।

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इन त्रुटियों की वजह से विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विभाग को स्क्रूटनी करने में पसीने छूट गए। छात्रों ने जिस तरह की गड़बडिय़ां फार्म भरने में की है, उसे विभाग ने सूचीबद्ध कर लिया है, ताकि छात्रों को इससे अवगत कराया जा सके। उन्‍होंने कहा कि हालांकि इस ग‍लतियों के कारण किसी के फार्म को रद नहीं किया जाएगा। लेकिन इस प्रकार की गलतियां होना दुर्भाग्‍यपूर्ण है।

हिंदी भी नहीं लिख पाए सही

अन्य विषय का अंग्रेजी में नाम लिखने में छात्र-छात्राओं को दिक्कत हो सकती है, लेकिन अंग्रेजी के फार्म में छात्रों ने इंग्लिश की जगह इंगीलिश, इंग्लीह, इंग जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। इसी तरह हिंदी की जगह हिंदे, हिंद, हिनिद आदि लिख दिए। हिस्ट्री की जगह इस्लामिक हिस्ट्री, हिहिस्टोरी, हिंस्ट्राय, हिस्टेरी, हिसोटी, होसोटोरी, होसटोरी लिखा गया है। अन्य विषयों में भी इसी तरह की गलत स्पेलिंग छात्रों ने भरी है। पॉलिटिकल साइंस को पॉलिटिकल स्लेंस, पोल, पोल साइंस लिखा है। इसके अलावा भी कई और गलतियां हैं।

डेढ़ हजार से ज्यादा छात्रों ने भरी है गलत जानकारियां

टीएमबीयू में समन्वय कमेटी के समन्वयक डॉ. अशोक ठाकुर के मुताबिक 50 हजार से ज्यादा छात्रों ने स्नातक के विभिन्न विषयों में नामांकन के लिए आवेदन दिया है। इनमें से डेढ़ हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं के आवेदन में गलत जानकारियां और त्रुटियां मिली हैं, जिससे मेधा सूची जारी करने में काफी दिक्कत हुई है। शिक्षकों का कहना है कि कुछ छात्रों ने हो सकता है भूलवश विषय गलत भरा हो, लेकिन ज्यादातर त्रुटियों में विषय ही पूरी तरह गलत लिखा गया है। जैसे साइकोलॉजी की स्पेलिंग पी से शुरू होती है, लेकिन छात्र ने उसे एस से शुरू किया है।


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