अभी जिंदा है इंसानियत : कुएं में गिरे सांढ़ को बचाने के लिए खतरे से खेल गए युवक
बांका के अमरपुर क्षेत्र में कुछ युवकों ने कुएं में गिरे एक सांढ़ को बचाया। सभी ने मवेशी के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। ग्रामीणों ने कहा कि हर प्राणी की रक्षा होनी चाहिए।
बांका, जेएनएन। केरल में बारूद भरे अनानास खिला कर गर्भवती हथनी को मार डाला गया लेकिन बांका के लोगों ने सांढ़ को बचाकर दिखा दिया कि इंसानियत जिंदा है। जी हां! बांका जिले के अमरपुर प्रखंड स्थित मकदुम्मा गांव में गुरुवार को कुएं में गिरे सांढ़ को बचाने के लिए खतरे से खेल गए। लोगों ने बड़े कुएं में गिरे सांढ़ को बचाने के लिए कुएं के अंदर गए। रस्सी-डंडे का सहारा लिया। अंदर प्रवेश किए एक ग्रामीण ने उसे हाथ का सहारा दे पुचकार कर सामान्य करने में लगा था।
दरअसल स्वस्थ्य सांढ़ कुएं से बाहर निकलने के लिए काफी देर तक संघर्ष कर चुका था। थक जाने से शिथिल होने पर उसे सामान्य करने की जुगत ग्रामीण कर रहे थे। धीरे-धीरे उसे डंडे का सहारा दिया फिर रस्सी और डंडे के सहारे काफी मशक्कत बाद बाहर निकालने में कामयाबी मिली। इस दौरान उसे निकालने में लगे लोगों के हाथ-पांव में चोटें भी आई। लेकिन उन लोगों के हौसले इस कदर बुलंद थे कि उन्हें चोट का एहसास भी नहीं हुआ। जबकि उनलोगों की कुहनी, ठेहुना आदि छिल चुकी थी। लेकिन वे-जुबान को बचाने की ललक के आगे मानों कुछ हुआ ही नहीं। सबके चेहरे प्रफुल्लित थे। सांढ़ को कुएं से सकुशल निकालने वालों ने जो मिसाल पेश की वह कभी न मिटने वाली इंसानियत की थी।