बांका में नल-जल योजना का हाल... वार्ड सदस्य ने काट दिया है कनेक्शन, गांंव वाले पानी के लिए भटक रहे इधर-उधर
बांका में नल-जल योजना की स्थिति ठीक नहीं है। कई जगहों पर वार्ड सदस्य और मुखिया की लापरवाही से लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन ने कई जगहों पर जांच शुरू कर दिया है।
संसू, चांदन (बांका)। चांंनद प्रखंड क्षेत्र के कुसुमजोरी पंचायत के वार्ड नंबर छह में पेयजल का घोर संकट बना हुआ है । यहां जल मीनार बना तो है, लेकिन पंप चालक पूरन दास एवं वार्ड सदस्य भरत दास द्वारा विगत कई महीनों से जलापूर्ति बंद कर दिया गया है। पूछे जाने पर वार्ड सदस्य भरत दास ने बताया कि जलापूर्ति के लिए बोरिंग धंस गया था, जिसे हम अपने पैसे से जलापूर्ति के लिए दूसरा बोरिंग कराए हैं। जबकि मार्च महीने के शुरुआती गर्मियों को देखते हुए ग्रामीणों को पानी पीने के लिए काफी मशक्कत कर दूर से पानी लाना पड़ता है।
इतना ही नहीं आज तक ग्रामीणों को फिल्टर का पानी नसीब नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने बताया की अधिक से अधिक घरों में आज तक नल योजना के तहत पानी पीने के लिए नल भी नहीं लगाया गया है। जिससे पानी की भारी समस्या हो रही है। और संचालक एवं वार्ड सदस्य के द्वारा बार-बार पैसे की मांग की जाती है। जिसके कारण कई महीनों से जलापूर्ति ठप कर दी गई। जबकि उस गांव में सौ से अधिक घर है। इस मौके पर पिरकु तांती, गुलो तांती, टीपन ताती, नंदकिशोर तांती, झगरू ताती, लिलो यादव, गुलाबी यादव नरेश यादव, शांति देवी, आशु देवी, सावित्री देवी, निमिया देवी, के साथ दर्जनों ग्रामीण ने इस समस्या का समर्थन किया । इस संबंध में मुखिया प्रतिनिधि विरेंद्र दास ने बताया कि इस विषय में ग्रामीणों के द्वारा कोई जानकारी हमें प्राप्त नहीं हुई है। अगर किसी कारण यह बंद है तो जल्दी ही इसे चालू करने का प्रयास किया जाएगा।
इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर भी नल-जल योजना में लापरवाही का मामला अब तक सामने आ चुका है। लोगों की मानें तो वार्ड सदस्य और मुखिया की मिलिभगत से ये सब हुआ है। हालांकि इस मामले को लेकर प्रशासन पूरी तरह गंभीर है।