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बिहार के सीमांचल में 'मैडम माया' का साया, पूर्णिया से लेकर कटिहार तक इनकी चमक से होती है स्मैक तस्करी

मैडम माया- कटिहार की चांदनी पूर्णिया की खुशबू जिया एवं आरती स्मैक की तस्करी में पुलिस को अपनी चमक से दे रही झांसा। बंगाल से स्मैक की खेप सीमांचल के कई जिलों जिलों में लाई जा रही है। सीमांचल से फिर आसपास के जिलों में पहुंचाई जा रही स्मैक।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 05:52 PM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 05:52 PM (IST)
मैडम माया का ऐसा साया कि युवा वर्ग हो रहा स्मैक का आदी।

राजीव कुमार, पूर्णिया। सीमांचल में स्मैक तस्करी की कमान मैडम माया ने संभाल रखा है। इस बात का खुलासा हाल के दिनों में स्मैक के पकड़े गए धंधेबाजों ने पुलिस के समक्ष किया है। सूबे में शराबबंदी के बाद स्मैक का कारोबार काफी फल- फूल रहा है। स्मैक के नशे के चक्कर में खासकर युवा एवं छात्र बर्बाद हो रहे हैं। पकड़ में आए स्मैक कारोबारियों ने खुलासा किया है की स्मैक की तस्करी की कमान कटिहार जिले में चांदनी तो पूर्णिया में खुशबू, जिया एवं आरती ने संभाल रखी है। अररिया में नेपाली लड़कियों के स्मैक तस्करी करने की बात भी जांच में सामने आई है। बंगाल एवं नेपाल के सीमावर्ती इलाकों से स्मैक की खेप सीमांचल के जिलों सहित आसपास के कई जिलों में इन्हीं मैडम माया द्वारा पहुंचाया जाता है।

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स्मैक की खेप इतनी छोटी होती है की किसी युवक के साथ मोटरसाइकिल से इन लड़कियों द्वारा या फिर चार पहिया वाहन में एक से अधिक लड़कियों को बिठाकर स्मैक की खेप एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाई जा रही है। वाहन पर इन लड़कियों को देखते ही उनके चेहरे की चमक एवं खूबसूरती को देख पहले तो पुलिस वालों को उनके ऊपर किसी तरह का शक नहीं होता औक दूसरा किसी तरह के विवाद होने के डर से पुलिस कर्मियों द्वारा जांच भी नहीं की जाती है। इसी का फायदा उठाकर इन मैडम माया द्वारा स्मैक की खेप हर सुरक्षित ठिकाने पर आराम से पहुंचायी जा रही है।

पांच माह में स्मैक बरामदगी के 87 मामले आए सामने

सीमांचल में स्मैक का अवैध कारोबार कितना फैल चुका है की पांच माह के दौरान सीमांचल के जिलों पूर्णिया कटिहार, किशनगंज एवं अररिया में स्मैक की बरामदगी के 87 मामले थानों में दर्ज किए गए। इन मामलों में लगभग सात किलो स्मैक भी पुलिस द्वारा बरामद किया गया। इसमें सबसे अधिक 43 मामले पूर्णिया में दर्ज किए गए और सबसे ज्यादा स्मैक की बरामदगी भी यहां की गयी। स्मैक बेचने के आरोप में अब तक यहां 43 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पूर्णिया में दो मार्च 2021 को स्मैक की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गयी जिसमें पुलिस ने बंगाल से लाई गयी स्मैक की खेप एक किलो 350 ग्राम स्मैक के साथ आठ लोगों को गिरफ्तार किया था।

  • - कटिहार की चांदनी, पूर्णिया की खुशबू, जिया एवं आरती स्मैक की तस्करी में पुलिस को अपनी चमक से दे रही झांसा
  • - बंगाल से स्मैक की सीमांचल के जिलों में लाई जा रही खेप, सीमांचल से फिर आसपास के जिलों में पहुंचाई जा रही स्मैक
  • -पकड़ में आए स्मैक तस्करों ने पूछताछ में किया खुलासा, तस्करी में शामिल है कई लड़कियां, पुलिस को नहीं होता इनपर शक

बंगाल के मालदा के गाजल का राजू दा है मुख्य आपूर्ति कर्ता

पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है की सीमांचल के जिलों में स्मैक की खेप भिजवाने का मुख्य आपूर्तिकर्ता बंगाल के मालदा जिले के गाजल का रहने वाला राजब दा नामक स्मैक कारोबारी है जिसके बंगलादेश एवं नेपाल से सीधे संबंध है। उसी के द्वारा इन देशों से स्मैक की खेप मंगवाकर उसे फिर सीमांचल सहित अन्य जिलों के तस्कर को आपूर्ति की जाती है।

पुलिस को पूछताछ में स्मैक कारोबारियों ने बताया है की स्मैक की तस्करी चार चरणों में की जाती है। पहला गिरोह बंगाल से स्मैक की बड़ी खेप लाकर मुख्य सरगना के पास पहुंचाता है। उसके बाद उस गिरोह द्वारा इस खेप को छोटे छोटे टुकड़ों में बांट कई इलाकों में भेजी जाती है और फिर तीसरे चरण में इसकी पुडिय़ा बनाई जाती है और चौथा गिरोह इस स्मैक के नशे के आदी हो गए युवकों के पास इस स्मैक की पुडिय़ा को पहुंचाकर राशि वसूलता है।

'स्मैक की तस्करी में कई महिलाओं के शामिल होने की बात सामने आई है, इसकी जांच कराई जा रही है कुछ की पहचान भी की गयी है पुलिस जल्द ही इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।'-दयाशंकर एसपी पूर्णिया


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