खगडिय़ा स्थित पूर्व सीएम के इस गांव तक जाने के अब तक नहीं बन सकी सड़क
पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह के गांव तक जाने के लिए सतीशनगर-कोरचक्का पथ जगह-जगह जर्जरता की सीमा को पार कर चुकी है। यह सड़क सतीश नगर से स्लूईस गेट होते कोरचक्का गांव के अलावा कई अन्य गांवों को जोड़ती है।
खगडिय़ा, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह के गांव की मुख्य सड़क दयनीय स्थिति में है। आज तक इसकी सुधि नहीं ली गई। सौढ़ उत्तरी पंचायत की सतीशनगर-कोरचक्का पथ जगह-जगह जर्जरता की सीमा को पार कर चुकी है। सावन-भादो की मूसलाधार बारिश ने रही-सही कसर पूरी कर दी है। इस ओर न तो अधिकारियों का ध्यान है और न ही जनप्रतिनिधियों का।इसकी शिकायत कई बार की गई है। लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
यहां पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह के नाम पर बसा है सतीश नगर गांव
यह पथ पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह के गांव जाने का परबत्ता से मुख्य मार्ग है। कोरचक्का, दुधेला, बुद्धनगर, गनोल, अगुवानी आदि से इस सड़क होकर राष्ट्रीय उच्च पथ- 31 पर पहुंचा जाता है। इसी पथ से सटे पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह के नाम पर सतीश नगर गांव है। यह सड़क सतीश नगर से स्लूईस गेट होते कोरचक्का गांव के अलावा कई अन्य गांवों को जोड़ती है। 15 हजार से अधिक लोग इस सड़क से जुड़े हुए हैं। कभी एनएच-31 जाम रहने पर राहगीर इस होकर आते-जाते थे। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस ओर किन्हीं का ध्यान नहीं है। नेताजी को जवाब देना होगा।
सौढ़ उत्तरी पंचायत के पूर्व मुखिया पृथ्वीचंद्र सिंह ने इस ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है। स्थानीय मनोज पासवान, पंकज ङ्क्षसह, मुरारी मंडल, शंभु मंडल, प्रदीप सिंह, अजय, अनुपलाल सिंह, रणबीर यादव आदि ने कहा कि वर्षों से इसकी मरम्मत नहीं हुई है। इसकी शिकायत कई बार की गई है। लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इस संबंध में सौढ़ उत्तरी पंचायत के मुखिया संजना देवी ने कहा कि एक वर्ष पहले भी इस सड़क की मरम्मत हुई है। वहीं इस सड़क की स्थिति को देखते हुए अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया है। पंचायत की फंड सीमित है।