तीन नवंबर को ही चंधेरी में रची गई थी दीपक यादव की हत्या की साजिश Bhagalpur News
दीपक हत्याकांड में पुलिस ने गिरफ्तारी आरोपी से पूछताछ की। पूछताछ में दीपक की हत्या के कारण और योजना के बारे में आरोपित छोटू ने बहुत बातें बताई। छोटू कई मामले में भी आरोपित हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। दीपक हत्याकांड में गिरफ्तार चौधरीडीह के छोटू कुमार ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि हत्या मामले में वह पांच माह पूर्व जमानत पर जेल से बाहर आया था। इसके बाद से ही अपने बहनोई मिर्जापुर निवासी प्रकाश यादव के साथ पीकअप वैन चला रहा था। रिश्तेदार रहने के कारण खंजरपुर और बरारी उसका आना-जाना रहता था। इसी क्रम में उसकी दोस्ती मायागंज के रमण यादव से हुई। दो माह पूर्व रमण ने बताया कि उसकी चाची से दीपक यादव का अवैध संबंध है।
इस कारण रमण हमेशा गुस्से में रहता था। दीपक को दोनों ने समझाया भी था। लेकिन दीपक उनलोगों की बात नहीं मानी। एक माह पूर्व छोटू रमण से मिलने चंधेरी गया था। वहां बहनोई प्रकाश, रमण का मौसेरे भाई राजकुमार और श्रवण आपस में बातचीत कर रहे थे। तीन नवंबर को वहीं दीपक की हत्या की साजिश रची गई। साजिश के तहत प्रकाश की मोटरसाइकिल से रमण दस बजे सुबह बरारी पहुंचा और दीपक उसके साथ मोटरसाइकिल से चल पड़ा। दिनभर इधर-उधर घूमते रहे। शाम छह बजे दीपक को साथ लेकर रमण सबौर स्टेशन पहुंचा। जहां पहले से प्रकाश यादव मौजूद था। वहीं शराब पी।
नशे की हाल में दीपक को मोटरसाइकिल पर बैठाकर रात साढ़े आठ बजे सुल्तानगंज भिट्ठी से आगे जमसी रोड में ललमटिया बहियार ले गए। वहां पहुंचते ही रमण, प्रकाश, राजकुमार, श्रवण और छोटू दीपक के साथ मारपीट करने लगे। इसी दौरान रमण ने दीपक को गोली मार दी। जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। रमण ने दीपक का मोबाइल ले लिया। हत्या के बाद दीपक का शव वहीं छोड़कर भाग गए। छोटू और प्रकाश मिर्जापुर स्थित घर आ गए।