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केन्द्रीय मंत्री से रुपये की वसूली के फ‍िराक में था चैनल का मालिक, भागलपुर से जुड़ा कनेक्शन

केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने एसएसपी कॉल कर ब्लैकमेल करने की कोशिश की शिकायत की थी। इसी के बाद एसएसपी पुलिस बल के साथ सेक्टर 27 स्थित कैलाश अस्पताल पहुंचे।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 01:24 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 02:14 PM (IST)
केन्द्रीय मंत्री से रुपये की वसूली के फ‍िराक में था चैनल का मालिक, भागलपुर से जुड़ा कनेक्शन

भागलपुर [जेएनएन]। केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा से दो करोड़ की वसूली की कोशिश मामले में फरार चल रहा चैनल मालिक आलोक कुमार अगस्त माह से ही उनसे मिलने की कोशिश में लगा था। उसे डॉ. महेश शर्मा से पहली बार मिलवाने वाली समाजसेविका ऊषा ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि आलोक कुमार उनसे अगस्त 2018 से ही मिलवाने के लिए दबाव बना रहा था। ऊषा ठाकुर ने कहा कि मार्च 2019 में उसने कहा कि वह चुनाव प्रचार में डॉ महेश शर्मा की मदद करना चाहता है। इस बात पर ही उन्होंने उसकी मुलाकात कराई थी।

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ऊषा ठाकुर ने बताया कि आलोक मूलरूप से भागलपुर बिहार का रहने वाला है। उन्हें जानकारी मिली है कि पहले वह आइटी कंपनी में नौकरी करता था। नौकरी छोड़ कर उसने प्रतिनिधि चैनल को संचालित कर रहा था। ऊषा ठाकुर ने आरोप लगाया कि आलोक ने अपने उद्देश्य को लेकर उन्हें पूरी तरह से धोखे में रखा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ब्लैकमेलिंग मामले में दर्ज एफआइआर में वह आरोपित नहीं हैं। फिर भी पुलिस ने उन्हें सोमवार रात 12 बजे तक हिरासत रखकर महिला थाने में पूछताछ की और उनका उत्पीडऩ किया। वह पुलिस उत्पीडऩ के खिलाफ मानवाधिकार आयोग से शिकायत करेंगी।

कौन है फरार युवती, उसकी गिरफ्तारी से खुलेंगे कई राज

केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल कर दो करोड़ रुपये ऐंठने की कोशिश करने वालों में आलोक, खालिद व नीशू के साथ साथ एक अन्य युवती का भी नाम सामने आया है। यह युवती कौन है, इस बारे में पुलिस को भी ज्यादा जानकारी नहीं है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसकी केंद्रीय मंत्री से ब्लैकमेङ्क्षलग मामले में बड़ी भूमिका रही है। पुलिस का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद कई अहम राज खुलने की उम्मीद है।

आलोक के परिजनों से पुलिस कर रही पूछताछ

पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित आलोक पहले दिल्ली में रहता था। अभी दो माह पहले ही उसने सेक्टर 92 में किराए पर फ्लैट लिया था। यहां वह अपनी पत्नी, दो बच्चे, मां व बहन के साथ रहता है। इस घटनाक्रम के बाद से ही वह घर से फरार है। पुलिस फरार आरोपित आलोक के परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, फरार आरोपित खालिद के बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है।

यह है मामला

केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने सोमवार दोपहर डेढ़ बजे एसएसपी वैभव कृष्ण को कॉल कर ब्लैकमेल करने की कोशिश की शिकायत की थी। इसी के बाद एसएसपी पुलिस बल के साथ सेक्टर 27 स्थित कैलाश अस्पताल पहुंचे और पूर्व पत्रकार नीशू को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पर्दाफाश हुआ कि बंद हो चुके प्रतिनिधि चैनल के मालिक आलोक कुमार इसका मास्टरमाइंड है। उसने 24 मार्च को केंद्रीय मंत्री से बात कर एक वीडियो बना लिया था। उसी वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल कर उनसे दो करोड़ की मांग कर रहा था। इस मामले में केंद्रीय मंत्री के भाई अजय शर्मा की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर 20 में आलोक, खालिद, नीशू व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। अभी आलोक, खालिद समेत अन्य फरार हैं।

नगर पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार युवती को मंगलवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। मुख्य आरोपित आलोक की गिरफ्तारी के बाद ही ब्लैकमेलिंग के पीछे की पूरी कहानी सामने आ सकेगी।


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