घर-घर होगा कूड़े का संग्रह : गिले कचरे से बनेगी जैविक खाद, सूखे का होगा प्रोसेसिंग
प्रत्येक घरों को गिला और सूखा कचरा रखने के लिए दो कूड़ेदान मिलेगा। इसके संग्रहण और प्रोसेसिंग की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। उसके बाद नगर निगम कर्मी खुद कूड़ा उठाकर ले जाएंगे।
भागलपुर [जेएनएन]। शहर में कूड़ा निस्तारण व संग्रहण को व्यवस्थित करने के लिए मुजफ्फरपुर मॉडल पर नगर निगम ने कार्य शुरू कर दिया है। घर-घर दो कूड़ेदान गिला और सूखा कूड़ा अलग-अलग रखने के लिए दिया जाएगा। 72 हजार घरों में कूड़ादान देने के लिए चार करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। पहले चरण में 36 हजार जोड़ा कूड़ादान खरीदने के लिए नगर निगम ने केंद्र सरकार के जैम पोर्टल डिमांड अपलोड किया है। इसके माध्यम से 60 से 70 रुपये के सरकारी दर पर कूड़ेदान की खरीदारी की जा सकेगी।
नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा ने बताया कि स्वच्छता के लिए शहर को चार जोन में बांटा गया है। एक जोन में प्रायोगिक तौर में कूड़ेदान बांटकर अध्ययन किया जाएगा। नगर निगम की बोर्ड जोन तय करेगी। एक जोन में सफलता मिलने पर 51 वार्डो में लागू होगा। दरअसल गिला और सूखा कचरा को अलग रखने के लिए कूड़ेदान मिलेगा। इसके संग्रहण और प्रोसेसिंग की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। मॉडल के तहत प्रत्येक वार्ड में जैविक खाद के लिए पीट निर्माण कराया जाएगा। पुलिस लाइन और खंजरपुर से इसकी शुरूआत की गई है। प्रत्येक घरों से नगर निगम के कर्मी खुद कूड़ा उठाकर ले जाएंगे।
आठ को मॉडल पर होगी विस्तृत चर्चा
नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा के निर्देश पर सभी निकायों में मॉडल लागू किया जाएगा। पटना में आठ फरवरी को मौर्या होटल में विभागीय व कार्यपालक अधिकारियों को कार्यशाला में मॉडल की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। यहां जैविक खाद तैयार करने की जानकारी दी जाएगी।