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जमुई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र : इस इलाके में ठनी है आरपार की

मतदाताओं के बीच देशहित का मुद्दा है तो आरक्षण और जातीय समीकरण भी बड़ा फैक्टर है। दोनों ही गठबंधनों के स्टार प्रचारक अब तक किसी न किसी विस क्षेत्र में आकर अपना मैसेज दे चुके हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 02:18 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 10:48 AM (IST)
जमुई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र : इस इलाके में ठनी है आरपार की
जमुई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र : इस इलाके में ठनी है आरपार की

भागलपुर [संयम कुमार]। जमुई लोकसभा क्षेत्र के मतदाता अब मतदान के मुहाने पर हैं। मतदान का आधार भी लगभग-लगभग तय है। आधार को लेकर कुछ विचलन है तो एक-दूसरे के मतों में सेंध लगाने या भितरघात की वजह से। हालांकि मतदाता कहते हैं अंतिम समय में सब दुरुस्त हो जाएगा। चुनावी फैक्टर यहां सीधे-सीधे लोजपा के चिराग पासवान और रालोसपा के भूदेव चौधरी के बीच सीधा मुकाबले की पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं।

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मतदाताओं के बीच देशहित का मुद्दा है तो आरक्षण और जातीय समीकरण भी बड़ा फैक्टर है। दोनों ही गठबंधनों के स्टार प्रचारक अब तक किसी न किसी विधानसभा क्षेत्र में आकर अपना मैसेज दे चुके हैं। आवाजाही लगी हुई है। अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा जैसे स्टार प्रचारक मतदाताओं के बीच अपनी बात रख चुके हैं। मतदाता मुखर भी हैं और कुछ चुप भी।

कुछ मुद्दों को आधार बना रहे भितरघाती

नक्सली समस्या, सिंधवारणी जलाशय योजना और पर्यटन की संभावनाओं पर फिलहाल कोई चर्चा नहीं दिखती। गंगटा जंगल की सड़क का एक हिस्सा सिंगल होना भी चर्चा में नहीं है। गंगटा मोड़ के निकट हरिद्वार में यज्ञ शिरोमणि से सम्मानित ठाकुर श्याम मोहन सिंह कहते हैं- लालू जी के रेलमंत्री रहते रतनपुर से मननपुर तक रेल लाइन की घोषणा हुई थी। यह काम आगे नहीं बढ़ सका। सांसद ऐसा हो जो आम लोगों के बीच रहे। 'किसान श्री' रामविलास सिंह का भी यही ख्याल है। आम लोगों से सीधा जुड़ाव के मोर्चे पर आमने-सामने खड़े प्रत्याशियों पर मतदाताओं की अपनी-अपनी राय है। चूंकि एक वर्तमान सांसद हैं तो एक पूर्व। भितरघाती इन्हीं मुद्दों को आधार बना रहे। वर्तमान में हुए कार्य की तुलना पूर्ववर्ती कार्यकाल से की जा रही। वोटों के बिखराव का यह बड़ा आधार है।

देशहित और विकास सर्वोपरी

टेटिया बंबर प्रखंड के बनहरा गांव निवासी बिट्टू सिंह कहते हैं कि उच्च जाति के वोटों में सेंध की कोशिश है, लेकिन देश के नाम पर भितरघात सफल नहीं होगा। झाझा के गांधी चौक पर मोहन प्रसाद वर्णवाल, ओमकार प्रसाद वर्णवाल और रामदेव मिश्रा चरका पत्थर से सोनो तक सड़क, पावर हाउस और झाझा में केंद्रीय विद्यालय की चर्चा कर वर्तमान व्यवस्था की प्रशंसा करते हैं। झाझा स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज और झाझा-बटिया-गिरिडीह तक रेल लाइन की योजना की चर्चा करते हुए कहते हैं-काम तो हुआ ही है। झाझा स्टेशन पर बरियाडीह निवासी मो. ऐनुल कहते हैं- सरकारी योजना से एक गैस कनेक्शन लिया है। उनका गांव नक्सल प्रभावित है, लेकिन वे इसपर खुलकर नहीं बोलते। झाझा के खलासी मोहल्ला निवासी मो. इमरोज अंसारी कहते हैं- कई वर्षों बाद क्षेत्र में कुछ काम दिखा है। गौरतलब है कि यह क्षेत्र बीड़ी उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन बीड़ी मजदूरों के स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त सुविधा नहीं। अस्पताल तो है, लेकिन चिकित्सकों और कर्मचारियों की कमी है।

बेहतरी की बात और विधायकों की मेहनत

गिद्धौर प्रखंड के संसारपुर गांव में बबीता काफी मुखर हैं। कहती हैं- गैस सिलेंडर मिला, बिजली मिली। उनके साथ कृष्णदेव राम, वीरेंद्र यादव और अधिक पासवान कहते हैं- चुनाव के मुद्दे पर पूरे गांव में एकता है। जमुई के समाजसेवी दिवाकर सिंह की मानें तो कास्ट फैक्टर काम कर रहा। व्यवसाय से जुड़े पंकज कुमार सिंह कहते हैं- प्रधानमंत्री का मैसेज और माय समीकरण दोनों काम कर रहा। मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज की चर्चा करते हुए कहते हैं- बेहतरी का प्रयास हुआ है। एक जाति विशेष की चर्चा करते हुए व्यवसाय से जुड़े संदीप कुमार सिंह कहते हैं- यही कास्ट जीत दिलाएगी। इस मोर्चे पर बांका से राजद प्रत्याशी जयप्रकाश नारायण यादव की चर्चा भी जरूरी है। उनकी उपस्थिति महागठबंधन को मजबूती देती।

सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी महागठबंधन के प्रत्याशी के लिए मेहनत कर रहे। परिणाम पर ही उनकी मेहनत का असर आंका जा सकेगा। जदयू के प्रभाव वाले शेखपुरा विधानसभा में विधायक रणधीर कुमार सोनी भी एनडीए के प्रत्याशी के पक्ष में कड़ी मेहनत कर रहे।

तारापुर विधानसभा क्षेत्र में जदयू विधायक मेवालाल चौधरी और भाजपा नेता सम्राट चौधरी एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में मेहनत कर रहे हैं। हालांकि इस क्षेत्र के कद्दावर नेता शकुनी चौधरी ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

दुश्‍मन से भिड़ना सबके बूते बात नहीं

तारापुर के मोहन आचार्य, सुरेश स्वर्णकार, दिलीप मंडल और जगदीश प्रसाद रजक को केंद्र की योजनाएं भाती हैं। दूसरी तरफ तारापुर के निकट मधुरा गांव के अरविंद यादव का मन टूट गया है। कहते हैं- योजनाओं की मानीटङ्क्षरग सही ढंग से न होने के कारण कई लोग लाभ से छूट जा रहे। संग्र्रामपुर बाजार में एयर स्ट्राइक की चर्चा सबसे ऊपर है। शंभू भगत, उमेश मंडल, कुशमार पंचायत के मनोज कुमार, रायकड़ के राजू दास और कटियारी पंचायत के महेश पासवान पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की चर्चा को ऊपर रखते हैं। कहते हैं सीमा पार वाले दुश्‍मन की नाक में दम कर देना सबके बूते की बात नहीं।


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