यात्रियों की जेब पर चली कैंची, वनांचल स्पेशल में तत्काल कोटे पर इमरजेंसी ब्रेक
वनांचल एक्सप्रेस स्पेशल में तत्काल कोटे को समाप्त कर दिया गया है। जनरल स्लीपर से लेकर एसी क्लास में कोटा नहीं है। स्पेशल किराया लिया जा रहा पैसेंजरों से बढ़ गई मुश्किलें। तत्काल कोटा रहने से होती थी सहूलियत दूसरी ट्रेनों में लागू है नियम।
भागलपुर [रजनीश]। भागलपुर से रांची के बीच चल रही वनांचल एक्सप्रेस स्पेशल में इमरजेंसी (तत्काल) कोटे को समाप्त कर दिया गया है। जनरल, स्लीपर से लेकर एसी क्लास में एक भी कोटा नहीं है। कोटा समाप्त कर रेलवे ने यात्रियों की जेबें पर चुपके से कैंची चला दी है। इससे यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई है। अब इमरजेंसी में जाने वाले यात्रियों को ज्यादा फजीहत झेलनी पड़ेगी। दरअसल, लॉकडाउन के कारण वनांचल एक्सप्रेस का परिचालन बंद था। एक दिसंबर से भागलपुर-रांची के बीच स्पेशल बनकर चल रही है। इस ट्रेन में स्पेशल किराया लागू है। इसका किराया भी दूसरी ट्रेनों से ज्यादा है। स्पेशल ट्रेन के नाम पर चल रही ट्रेनों में तमाम रियायतें बंद कर दी गई हैं। अब यात्री इसमें तत्काल टिकट नहीं कटा सकते हैं।
नॉर्मल नहीं मिलने पर तत्काल था एकमात्र विकल्प
वनांचल एक्सप्रेस स्पेशल में नॉर्मल टिकट कंफर्म नहीं मिलने से यात्रियों को तत्काल कोटा की सीट ही एकमात्र विकल्प था। ऐसे में कोटे को समाप्त होने से पैसेंजर को परेशानी हो रही है। इस ट्रेन को स्पेशल बनकर चलने से यात्रियों को तत्काल सुविधा से वंचित रहना होगा।
विक्रमशिला, सुपर और अन्य ट्रेनों में पहले की तरह लागू
भागलपुर से अभी दिल्ली, हावड़ा, जम्मूतवी, मुंबई, अगरतल्ला जैसे शहरों के लिए ट्रेनें चल स्पेशल बनकर ही चल रही है। लेकिन, इन ट्रेनों में तत्काल कोटे पहले की तरह मान्य है। सिर्फ भागलपुर-रांची वनांचल एक्सप्रेस स्पेशल में ही तत्काल कोटे पर रेलवे का डंडा चला है। इस ट्रेन में स्पेशल किराया पैसेंजर से वसूल किया जा रहा है।
मरीज, बुजुर्ग और दिव्यांग भी हुए लाचार
कोरोना काल में स्पेशल के नाम चल रही एक्सप्रेस, मेल ट्रेनों में रियायत टिकटों पर भी ब्रेक लगा दिया गया है। कैंसर, दिव्यांग, बुजुर्ग पैसेंजर को आरक्षण टिकट पर किसी तरह की छूट नहीं दी जा रही है। इन सभी से पूरा किराया वसूल किया जा रहा है। सभी तरह की रियायत पर पूरी तरह से रोक है।