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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का सपना हो रहा खंडहर में तब्दील, कब संवरेगी कटिहार के पुस्तकालय की तस्वीर?

बिहार में जयंती और पुण्यतिथि मात्र तक ही सियासत के दिग्गजों की यादें सिमटकर रह गई हैं। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि उनके सपनों पर किसी का ध्यान ही नहीं जाता। सिद्धांतों पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेता-मंत्री और अधिकारी दिवस विशेष के बाद सब कुछ भुला देते...

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 03:41 PM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 03:41 PM (IST)
कटिहार में खंडहर में तब्दील हो रहा पुस्तकालय।

संजीव मिश्रा, संवाद सूत्र, कदवा (कटिहार)। जिले के कदवा प्रखंड के सोनैली बाजार में आजादी के पूर्व का बना सरस्वती पुस्तकालय रख रखाव के अभाव में खंडहर में तब्दील होकर रह गया है। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री सहित अन्य गणमान्य लोगों के सपने भी दफन हो रहे हैं। मालूम हो कि 1946 में स्थानीय निवासी सतीश प्रसाद दास ने अपनी पत्नी की स्मृति में जमीन दान देकर पुस्तकालय की स्थापना की थी।

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देश की आजादी के बाद प्रथम पंचवर्षीय योजना के तहत पुस्तकालय का भवन, नाट्य कला केंद्र का निर्माण कराया गया था। इसके साथ हीं पुस्तकालय के बाहरी प्रांगण में बच्चों के मनोरंजन एवं खेल हेतु क्रीड़ा केंद्र भी बनाया गया था। उस वक्त यह पुस्तकालय आस-पास के जिलों का सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियों का केंद्र हुआ करता था। इसकी ख्याति को सुन पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री, तत्कालिन शिक्षा मंत्री, सांसद स्व भोला विश्वास सहित कई लोग वहां पहुंच कर पुस्तकालय का उत्थान करने की बातें कही थी। उस वक्त राज्य सरकार से वहां प्रतिमाह 14 पत्रिका भी आती थी। जबकि विभिन्न नामचीन साहित्यकारों की लगभग सात हजार से अधिक पुस्तकें थी।

बच्चे क्रीड़ा केंद्र में लगे झूले सहित अन्य सामग्री का उपयोग कर मनोरंजन करते थे। वहीं विभिन्न अवसरों पर वहां नाटक का मंचन किया जाता था। लेकिन अस्सी के दशक के बाद पुस्तकालय की स्थिति खराब होती चली गई। देखते हीं देखते पुस्तकों के साथ अन्य चीजें गायब होने लगी। हालांकि लगभग 13 वर्ष पूर्व प्रखंड स्तर से लगभग पांच लाख की लागत से पुस्तकालय का जीर्णोद्धार किया गया था।

मंदिर एवं पूजा पंडालों में नहीं बजेगा डीजे

संवाद सूत्र, बरारी (कटिहार)। दुर्गापूजा को लेकर बरारी थाने मे शांति समिति की बैठक हुई। बैठक में बीडीओ पूरण साह, सीओ ललन कुमार मंडल, थानाध्यक्ष राजेश कुमार, पूर्व विधायक प्रेमनाथ जायसवाल सहित पूजा कमेटी के लोग शामिल हुए। बैठक में थानाध्यक्ष ने कहा कि पूजा पंडालों मे प्रतिमा की स्थापना को लेकर पूजा कमेटी को अनुमति लेना अनिवार्य है। साथ ही कोरोना गाइडलाइन के बीच प्रतिमा का विसर्जन करने की हिदायत भी दी गई।

बीडीओ एवं सीओ ने कहा कि मेले में मनोरंजन सबंधी गतिविधियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। किसी भी तरह के अफवाह से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि डीजे पर भी पूरी तरह पाबंदी रहेगी। बैठक में जदयू अध्यक्ष मनोज सिंह कुशवाहा, अमरजीत सिंह, देवनाथ चौधरी, भोला सिंह, रवीन्द्र यादव, अधिवक्ता सुबोध कुमार, बकरूद्वीन अंसारी, देवेन्द्र यादव, अरविंद कुमार, पंकज यादव, धनजीत यादव, धनंजय गोस्वामी आदि मौजूद थे।


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