खाकी को दागदार करने वाले पुलिसकर्मियों और थानेदारों पर गिरेगी गाज
नए डीजीपी केएस द्विवेदी के द्वारा पुलिस को जन संपर्क और छवि सुधारने की दिशा में बेहतर प्रयास करने का निर्देश दिया है।
भागलपुर। नए डीजीपी केएस द्विवेदी के द्वारा पुलिस को जन संपर्क और छवि सुधारने की दिशा में बेहतर प्रयास करने का निर्देश दिया है। इसी दिशा में एसएसपी मनोज कुमार ने मंगलवार को क्राइम मीटिंग के दौरान सभी थानेदारों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे थाने में किसी भी दागी पदाधिकारियों या पुलिसकर्मियों को परश्रय ना दें या वे खुद भी किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल ना रहें जिससे पुलिस की छवि खराब हो। यदि ऐसी शिकायतें कहीं से मिलेगी तो ऐसे पदाधिकारियों को परश्रय देने वाले थानेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दागी पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा जाएगा।
थाने के हाजत और इंट्री पर रहेगी तीसरी आंख की नजर
एसएसपी ने सभी थानेदारों को निर्देश दिया कि वे अपने अपने थानों या पुलिस चौकी के हाजत और इंट्री गेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि थाने में कौन आ रहा कौन जा रहा है। पूरी गतिविधि कैमरे में कैद होनी चाहिए। इसके अलावा थाने में यह व्यवस्था लागू करनी है कि कोई थी फरियादी बिना किसी की मध्यस्थता के थाने बेहिचक आए। इसके अलावा और भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्देश जारी किए।
इंज्यूरी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने में देरी करने वालों पर दर्ज होगा मुकदमा
एसएसपी ने कहा कि अब यदि किसी भी मामले में यदि इंज्यूरी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए अनुसंधानकर्ताओं को दौड़ाया जाएगा तो आइओ उन्हें रिपोर्ट करेंगे। उस रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी एक पत्र जेएलएनएमसीएच या सदर अस्पताल को भेजेंगे। इसके बाद भी यदि एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट आइओ को नहीं मिलेगी तो इस मामले में उक्त जिम्मेवार के खिलाफ साक्ष्य से छेड़छाड़ करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया जाएगा।
पिछले माह में जिले में दर्ज हुए 560 मामले
क्राइम मीटिंग के दौरान एसएसपी ने गंभीर कांडों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पिछले माह जिले में कुल 560 मामले दर्ज हुए हैं। इस बार केसों का निष्पादन सामान्य है। उन्होंने बताया कि रामनवमी के दौरान ऐसे लोगों को लाइसेंस देने को कहा गया है जिनके पास पर्याप्त वॉलेंटियर हो और वे पूर्व से इसमें शामिल होते आ रहे हों। वहीं हर जगह सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसमें सामाजिक संगठनों की भी मदद पुलिस लेगी।