TNB College Bhagalpur : यहां के शिक्षक राज्य भर के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे केमिस्ट्री
TNB College Bhagalpur कोरोना काल में इस कॉलेज के शिक्षक राज्य भर के छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं। सोशल नेटवर्क पर हैं सक्रिय शिक्षक।
भागलपुर, जेएनएन। कहते हैं भीड़ से अपनी अलग पहचान बनाने की तमन्ना हो तो इसके लिए हर बड़ी लकीर से एक बड़ी लकीर खींचने की जज्बा होनी चाहिए। कोरोना के संकट काल में टीएनबी के एक शिक्षक प्रो. राजीव कुमार सिंह ने ऑनलाइन बच्चों को नियमित रूप से पढ़ा कर एक मिसाल कायम कर दी। पहले तो उन्होंने एमएससी के छात्रों को वाट्सएप ग्रुप बनाकर पढ़ाना शुरू किया। पढ़ाने का यह सिलसिला दो से तीन बजे तक नियमित रूप वे करते रहे। अपने ईमानदार प्रयास से उन्होंने पीजी द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के कोर्स 15 मई तक पूरा कर दिया। इस कार्य में उन्हें कॉलेज की शिक्षिका डॉ. गरिमा त्रिपाठी, शिवाशीष हलधर और डॉ. अक्षय राउत का भी भरपूर साथ मिला।
इसके उपरांत 12वीं और स्नातक के छात्रों को केमिस्ट्री पढ़ाने की जिज्ञासा हुई। इस भूख को मिटाने के लिए उन्होंने 20 से 30 मिनट का कांसाइज लेक्चर का वीडियो यूट््यूब पर अपलोड करना शुरू किया। वहरहाल राज्य भर के बच्चे यूट््यूब पर अपलोड वीडियो को देख कर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे है। अभी राजीव सर के करीब पांच सौ से भी अधिक सब्सक्राइबर हो गए हैं। उन्होंने कहा कोई भी इंटर और स्नातक के साइंस के बच्चे केमिस्ट्री बाई राजीव सर सर्च कर यूट्यूब पर पढ़ाई कर सकते हैं।
प्रो. राजीव ने कहा जब मन में यह विचार आया की स्कूल, कॉलेज कोङ्क्षचन संस्थान सभी बंद हैं। कोटा से भी अधिक संख्या में छात्र लौट कर घर आ गए हैं, तो इनकी पढ़ाई अब कैसे होगी। कौन बनेंगे मददगार। इन समस्याओं पर विचार मंथन के बाद उन्होंने सेवा भाव के तहत यह कार्य प्रारंभ किया। बच्चों को बेहतर ढंग से ऑनलाइन पढ़ाने के लिए वीडियो बनाने में घर पर उनकी बिटिया जो नवम कक्षा की छात्रा है मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि मैं अपनी बिटिया को गर्व से कहता हूं ज्ञान जितना बांटोगी उतना बढ़ेगा।
ऑनलाइन कक्षा लेने से घबराने वाले शिक्षक भी अब बना रहे वीडियो
कोरोना महामारी ने तकनीकी से दूर रहने वाले शिक्षकों को भी अब संचार क्रांति के विभिन्न आयामों को तेजी से सीखा दिया है। कल तक टीएनबी, मारवाड़ी एवं एसएम कॉलेज के शिक्षक जो ऑनलाइन कक्षा लेने से घबराते थे। वे भी अब वीडियो बनाकर अपलोड कर रहे हैं। यह कला इन्होंने अपने सहकर्मी शिक्षकों के अलावा घर में स्वजनों से सीख ली है। पॉलिटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डॉ. असीम कुमार ठाकुर ने कहा कि कोरोना ने शैक्षणिक गतिविधियों का सिस्टम ही बदल कर रख दिया है। इस मोड में हर किसी को आने की जरूरत है। भले इसमें कई तकनीकी परेशानियां हैं पर ऑनलाइन शैक्षणिक व्यवस्था ने पूरी दुनिया को मुट्ठी में कर लिया है। आज ज्ञान हासिल करने की भूख को मिटाने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय वेबिनार एक सहज साधन हो गया है। देश-विदेश के विद्वान गूगल पर अपना ज्ञान बांट रहे हैं।