बीमारी भगाने को शिक्षक दंपती ने थाम ली झाड़ू
भागलपुर के एक शिक्षक दंपती ने स्वच्छता अभियान को अपने जीवन का ध्येय बना लिया है। जानें कैसे वे स्वच्छता से जुड़ गए..
भागलपुर [अशोक अनंत]। शिक्षक दंपती मनोज कुमार और डॉ. सीता भगत ने स्वच्छता अभियान को अपने जीवन का ध्येय बना लिया है। दोनों पिछले एक दशक से शहरवासियों को सफाई का पाठ पढ़ा रहे हैं। दोनों रोज सुबह सैंडिस कंपाउंड पहुंचते हैं और लोगो के साथ मिलकर सफाई करते हैं। शाम में शहर के चौक-चौराहों की सफाई करते हैं।
मनोज केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक हैं जबकि उनकी पत्नी डॉ. सीता भगत नवगछिया स्थित मदन अहिल्या महाविद्यालय में वनस्पति विभाग में प्राध्यापक हैं। मनोज बताते हैं कि 2006 में वे पटना स्थित कंकड़बाग में रहते थे। वहां काफी गंदगी थी। बेटी नेहा भारती बीमार हो गई। डॉक्टर ने कहा कि प्रदूषण की वजह से बेटी बीमार हुई है। तभी से सफाई के प्रति इच्छा जागृत हुई और पत्नी के साथ इस अभियान में लग गए। अगर घर के आसपास और शहर की सफाई के प्रति शहरवासी जागरूक रहेंगे तो गंदगी की वजह से होने वाली कई बीमारियों पर अंकुश लग जाएगा। साथ ही आपसी भाईचारा भी रहेगा।
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पर्चे बांटकर करते हैं जागरूक
मनोज अपने खर्चे से सफाई के लिए संसाधन भी खरीद कर लोगों को देते हैं। अबतक करीब दौ सौ लोगों को झाडू खरीदकर दें चुके हैं। साथ ही सैंडिस कंपाउंड में भी लोगों के साथ स्वच्छता अभियान से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि नीरज खेतान, उमेश प्रसाद और सुधांशु सहित कई लोग भी इस अभियान में शामिल हैं। बताया कि स्थानीय भीखनपुर चौक, इशाकचक आदि चौक की सफाई शाम को करते हैं। नगर निगम द्वारा भी सहायता मिलती है।
जनसंख्या नियंत्रण के प्रति भी कर रहे जागरूक
मनोज कहते हैं कि बढ़ती जनसंख्या देश की प्रगति में बाधक है। अत: एक या दो बच्चे के बाद परिवार नियोजन जरूरी है। बढ़ती जनसंख्या से बेरोजगारी और गरीबी बढ़ रही है।