तारकिशोर प्रसाद के उपमुख्यमंत्री बनने की संभावना पर सहरसा में खुशी, बोले-अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे
कटिहार सदर के विधायक तारकिशोर प्रसाद के डिप्टी सीएम बनाये जाने की सूचना पर सहरसा में भी खुशी है। तारकिशोर प्रसाद की बेटी की शादी सहरसा में हुई है। श्री प्रसाद लगातार सहरसा आते-जाते रहे हैं। वे आरएसएस के कार्य से भी यहां आते-जाते रहे।
सहरसा, जेएनएन। नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली नवगठित राजग गठबंधन की सरकार में तारकिशोर प्रसाद को बिहार के उपमुख्यमंत्री बनाने की संभावना है। इसकी सूचना पर सहरसा में भी काफी खुशी है। तारकिशोर प्रसाद का सहरसा से काफी अटूट रिश्ता है। वे आरएसएस के काम से भी यहां आते थे। उनका लगातार इस जिले में आना-जाना रहा है। उनकी पुत्री की शादी भी यहीं हुई है।
स्थानीय मनोहर उच्च विद्यालय सहरसा के पूर्व प्रधानाध्यापक रामशरण भगत के पुत्र अरुण कुमार से उपमुख्यमंत्री की पुत्री की शादी वर्ष 2011 में हुई। उनके दामाद बिहार प्रशासनिक सेवा में अधिकारी हैं। वर्तमान समय में बिहार सचिवालय पटना में पदस्थापित हैं। बेटी का ससुराल होने के कारण पहले भी हर छोटे-बड़े पारिवारिक समारोह में सहरसा शहरी क्षेत्र आकर भाग लेते रहे हैं।
मूल रूप से कोपरिया के रहने वाले हैं तारकिशोर प्रसाद
मूल रूप से ये सलखुआ प्रखंड अंतर्गत कोपरिया बाजार के निवासी हैं। तारकिशोर प्रसाद के पिता कोयला व्यवसाय के सिलसिले में कटिहार गए और वहीं स्थायी रूप से बस गए। उपमुख्यमंत्री के समधी ने बताया कि उनके लिए बड़े गौरव का क्षण है। पूरे परिवार के साथ ही सहरसा एवं कोसी के लोगों के लिए भी खुशी की बात है। बताया कि युवावस्था में आरएसएस में काम करने के बाद भाजपा के साथ जुड़कर राजनीतिक सफर में कटिहार से लगातार विधायक रहे। कभी उन्हें नीतीश कुमार के कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया। पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ हमेशा से एनडीए का झंडा बुलंद करते रहे। रिश्तेदार महेश कुमार भगत बताते हैं कि बरसों से मिथिलांचल क्षेत्र की सरकार में ऊंचे ओहदे पर भागीदारी नहीं हो रही थी। कई कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद कमी खलती रही। इसे एनडीए गठबंधन ने जनता के अपेक्षा के अनुरूप पूरा कर दिया।