TMBU : छात्र संघ भंग, सितंबर में पहले चरण का चुनाव, जानिए... और क्या तय हुए Bhagalpur News
पहले चरण में कॉलेज स्तर के चुनाव की तिथि जल्द घोषित कर दी जाएगी। इसमें कॉलेज की कार्यकारिणी का गठन होता है। कॉलेजों से विवि प्रतिनिधि भी चुने जाते हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ को भंग कर दिया है। सितंबर में छात्र संघ के पहले चरण का चुनाव होगा। यह जानकारी छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ. योगेंद्र ने दी। उन्होंने कहा कि अब तक अस्तित्व में रहे छात्र संघ का चुनाव फरवरी माह में हुआ था। इस आधार पर विवि प्रशासन ने अधिकतम छह माह पुराने छात्र संघ को भंग कर दिया है। चुनाव की नई तिथि की घोषणा दो-तीन दिनों में की जाएगी।
फरवरी में हुआ था चुनाव
मालूम हो कि छात्र संघ का चुनाव गत वर्ष 2018 में होना था। विलंब के कारण फरवरी 2019 में हुआ था। सेंट्रल पैनल का गठन 16 फरवरी को हुआ था। छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष ने बताया कि विवि में स्नातक का सत्र प्रारंभ हो गया है। छात्र संघ का कार्यकाल नया अकादमिक सत्र प्रारंभ होने के साथ ही समाप्त हो जाता है। इसलिए इस बार नया सत्र शुरू होते ही पुराने छात्र संघ को भंग कर दिया गया है।
कॉलेज की कार्यकारणी का होगा गठन
डॉ. योगेन्द्र ने बताया कि पहले चरण में कॉलेज स्तर के चुनाव की तिथि जल्द घोषित कर दी जाएगी। इसमें कॉलेज की कार्यकारिणी का गठन होता है। कॉलेजों से विवि प्रतिनिधि भी चुने जाते हैं। चुने गए विवि प्रतिनिधि विवि सेंट्रल पैनल का चुनाव करेंगे। पहले चरण के चुनाव के बाद सेंट्रल पैनल के गठन की प्रक्रिया होगी। विवि में स्नातक के सत्र 2019-21 की शुरुआत जुलाई से हो चुकी है। नामांकन भी अंतिम चरण में है। माह के पहले सप्ताह तक नामांकन का काम पूरा हो जाएगा।
दिल्ली व जेएनयू की तर्ज पर एक वर्ष मिलेगा मौका
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव की घोषणा हो चुकी है। अब यहां की निर्वाचित इकाई को एक वर्ष तक संगठन में कार्य करने और संगठन संचालन का मौका मिलेगा। सितंबर माह में ही दिल्ली और जेएनयू में छात्र संघ का चुनाव हो रहा है। विवि का दावा है कि बिहार में अभी किसी भी विवि में चुनाव की घोषणा नहीं हुई है।
कॉलेजों से चुने जाएंगे पांच पदाधिकारी और विवि प्रतिनिधि
छात्र संघ चुनाव में सभी कॉलेजों से पांच पदों पर पदाधिकारी चुने जाएंगे। इसके अलावा एक हजार विद्यार्थी पर एक यूआर (विवि प्रतिनिधि) का चुनाव होगा। विवि पदाधिकारियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष का निर्वाचन होगा। अगर किसी कॉलेज में एक हजार से कम छात्र या छात्रा हैं तब भी एक विवि प्रतिनिधि का चुनाव होना है।